राज्य सरकार ने लिया था बड़ा फैसला राज्य सरकार ने त्योहार के दिनों में जनता की तकलीफों को देखते हुए एक अहम आदेश दिया था, जिसके मुताबिक भारी वाहनों के लाइसेंस धारकों को बस चलाने का आदेश दिया गया था। साथ ही यह भी कहा था कि अगर टिकट काटने की व्यवस्था ना हो तो मुफ्त में सफर करवाया जाए।
दो दिन और बढ़ गई दो दिवसीय हड़ताल गौरतलब है कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियनों की ओर से 16 और 17 अक्टूबर को हड़ताल बुलाई गई थी, इसे दो दिन बढ़ाकर 18 और 19 अक्टूबर तक कर दिया गया। 19 अक्टूबर को दशहरा होने के चलते सरकार ने दूसरे कर्मचारियों से बस चलवाने का फैसला किया। यह फैसला मुख्यमंत्री मनोहरलाल और परिवहन मंत्री कृष्णलाल पवार की बैठक में लिया गया।
हड़ताल बढ़ाने पर सख्त सरकार सरकार ने हड़ताल बढ़ाने को लेकर भी सख्त कदम उठाने का संकेत दिया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि परिवहन कर्मचारियों का हड़ताल आगे बढ़ाना कर्त्तव्यों का उल्लंघन है और इनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। फिलहाल राज्य की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।