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उत्तरी गोवा की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश क्षमा जोशी ने कहा कि अदालत मुकदमे में और देरी नहीं कर सकती, क्योंकि उसे छह महीने के अंदर पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निदेर्शो का पालन करना है। सितंबर 2017 में शुरू हुए इस मुकदमे में तेजपाल की ओर से सुप्रीम कोर्ट में आरोपों का खंडन करते हुए इन्हें खत्म करने की अपील करने के बाद देरी हुई है।
बता दें कि शीर्ष अदालत ने इस साल अगस्त में उनकी याचिका का निपटारा करते हुए निचली अदालत को छह महीने के अंदर मुकदमे को पूरा करने का निर्देश दिया था।
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तेजपाल पर नवंबर 2013 में एक आयोजन के दौरान गोवा के एक रिसोर्ट होटल की लिफ्ट के अंदर जूनियर सहकर्मी के यौन उत्पीड़न, आपराधिक हमले सहित अन्य कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।