इन पांचों स्थलों के लिए भुंतर स्थित कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे, गगल स्थित कांगड़ा एयरपोर्ट और शिमला से उड़ानें भरी जाएंगी। इस सस्ती हेलीकाप्टर सेवा के लिए दिसंबर माह के पहले सप्ताह बिडिंग प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें इंडो काप्टर, डेक्कन, हिमालयन, डीएलएफ, ओरविट, सराया और यूटी एयर कंपनियां शामिल होंगी। हेलीकाप्टर उड़ानों की समय सारिणी और किराया अभी तय नहीं हुआ है।
बताया जा रहा है कि बिडिंग प्रक्रिया के बाद यह सब तय किया जाएगा। कुल्लू-मनाली स्थित भुंतर हवाई अड्डा के निदेशक एए अंसारी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। उन्हें मंत्रालय का पत्र मिल चुका है। आरसीएस के चरण दो में हिमाचल के तीनों एयरपोर्ट को शामिल किया गया है। सूबे में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ इस स्कीम का लाभ आपातकाल में भी मिलेगा।
बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिले
कश्मीर के अलावा उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। सोमवार को भी हिमाचल प्रदेश में फ्रेश स्नोफॉल हुआ। इस मौसम में सैलानी भी पहाड़ी इलाकों का रूख कर रहे हैं। इसी हफ्ते हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्फीति जिले में पिन वैली नेशनल पार्क, शिमला मनाली में भी बर्फबारी हुई है।
कश्मीर के अलावा उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। सोमवार को भी हिमाचल प्रदेश में फ्रेश स्नोफॉल हुआ। इस मौसम में सैलानी भी पहाड़ी इलाकों का रूख कर रहे हैं। इसी हफ्ते हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्फीति जिले में पिन वैली नेशनल पार्क, शिमला मनाली में भी बर्फबारी हुई है।