मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाक ने अपने उच्चायुक्तों को देश वापस बुला लिया था। दोनों मिशन तब से ही नेतृत्वहीन हैं। कांग्रेस ने दोबारा उठाया सवाल, पीएम ने पहले क्यों नहीं लगवाया कोरोना टीका
वर्ष 2002 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में दूरिया आई थीं। दोनों ने अपने उच्चायुक्तों को वापस बुलाया लिया था। इसके बाद जनरल मुशर्रफ और तब भारत के पीएम रहे अटल बिहारी वाजपेयी के बीच 2003 में संघर्षविराम समझौता हुआ था। वर्ष 2004 में सार्क समिट में भूतपूर्व पीएम वाजपेयी पाक भी गए थे।
क्या इस बार भी होगा ऐसा? एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले तीन माह में एनएसए अजीत डोभाल और पाकिस्तानी सिविल और आर्मी नेतृत्व के बीच पर्दे के पीछे बातचीत हुई थी। दोनों देशों के बैठकों में खाड़ी से किसी तीसरे देश के भी बैठक में शामिल होने संभावना जाहिर की गई। किसी भी पक्ष ने इस दावे से इनकार नहीं किया।