तीसरे दिन भी सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। खबरों के अनुसार, कुल्लू,लाहौल स्पीति और चंबा जिले में फंसे लोगों सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें नौ विदेशी पर्यटक जर्मनी के हैं इन्हें सरचू कैंप से कुल्लू लाया गया है। छतड़ू में करीब 135 लोग फंसे हुए हैं। अभियान में अब सेना के चीता हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। बचाए गए लोगों का अस्पताल में इलाज भी चल रहा है, जिसमें कई सैलानी भी शामिल हैं। वहीं दूसरे राउंड में वायु सेना के हेलीकाप्टर द्वारा 21 लोगों को लाहुल के विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर कुल्लू पहुंचाया गया। यह इन तीन दिनों में से सबसे बड़ा रेस्क्यू आप्रेशन माना जा रहा है। इसमें 10 महिलाएं तीन छोटे बच्चे सहित आठ पुरूष शामिल थे। आपदा प्रबंधन की टीम और स्थानीय लोग सड़कों पर आए मलबे को हटाने में जुटे हुए हैं। लाहौल स्पीति में बर्फबारी व बारिश के बाद बंद हुए रास्तों के कारण करीब 31 वाहन बीच रास्तों में फंस गए थे।
तीसरे दिन भी सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। खबरों के अनुसार, कुल्लू,लाहौल स्पीति और चंबा जिले में फंसे लोगों सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें नौ विदेशी पर्यटक जर्मनी के हैं इन्हें सरचू कैंप से कुल्लू लाया गया है। छतड़ू में करीब 135 लोग फंसे हुए हैं। अभियान में अब सेना के चीता हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। बचाए गए लोगों का अस्पताल में इलाज भी चल रहा है, जिसमें कई सैलानी भी शामिल हैं। वहीं दूसरे राउंड में वायु सेना के हेलीकाप्टर द्वारा 21 लोगों को लाहुल के विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर कुल्लू पहुंचाया गया। यह इन तीन दिनों में से सबसे बड़ा रेस्क्यू आप्रेशन माना जा रहा है। इसमें 10 महिलाएं तीन छोटे बच्चे सहित आठ पुरूष शामिल थे। आपदा प्रबंधन की टीम और स्थानीय लोग सड़कों पर आए मलबे को हटाने में जुटे हुए हैं। लाहौल स्पीति में बर्फबारी व बारिश के बाद बंद हुए रास्तों के कारण करीब 31 वाहन बीच रास्तों में फंस गए थे।