समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव के अलावा, केंद्रीय एजेंसियों और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। आपको बता दें कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान, केरल के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई है। बयान में बताया गया है कि एनडीआरएफ की टीमों ने सात लोगों को बचाया है जबकि 398 लोगों और 12 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
मौसम विभाग की चेतावनीः दिल्ली समेत देश के 16 राज्यों में अगले दो दिन होगी मूसलाधार बारिश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मौजूदा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से केरल के कई क्षेत्र भारी बारिश और बारिश जनित आपदाओं से जूझ रहे हैं। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया और लोगों से सावधानी बरतने को कहा है।
केरल के इडुक्की,वयनाड, कन्नूर, एर्नाकुलम, पल्लकड़ और मलाप्पुरम के ज्यादातर क्षेत्रों के लोगों को अलर्ट किया गया है। पिछले कुछ दिनों से हुई बारिश के चलते अब केरल में मरने वालों की संख्या 37 हो चुकी है। विजयन और उनकी टीम ने राहत शिविरों का भी दौरा किया। राज्य के आठ जिलों में विगत शुक्रवार से ही हाई अलर्ट है। पेरियार नदी और उसकी सहायक नदियों में जल उफनाने से एर्नाकुलम जिले में ७८ राहत शिविरों में 10,510 लोगों को पहुंचाया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए शिविरों में भोजन, पेयजल और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।