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IAF उप प्रमुख रघुनाथ नांबियार बोले: रफाल सौदा हर लिहाज से अच्‍छा, लोगों को दी जा रही हैं गलत जानकारियां

locationनई दिल्लीPublished: Sep 25, 2018 10:50:14 am

Submitted by:

Dhirendra

वायुसेना की जरूरतों के हिसाब से रफाल एक अहम सौदा है। देश की सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण इसकी अहमियत और ज्‍यादा है।

raghunath Nambiyar

IAF उप प्रमुख रघुनाथ नांबियार बोले: रफाल सौदा हर लिहाज से अच्‍छा, लोगों को दी जा रही है गलत जानकारी

नई दिल्‍ली। एक तरफ फ्रांस के साथ राफेल सौदे पर राजनीति गरम है तो दूसरी तरफ वायुसेना के उप प्रमुख रघुनाथ नांबियार ने इसको लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्‍होंने कहा है कि हाल ही में राफेल विमान को हमने उड़ाया है। यह लड़ाकू विमान बहुत शानदार है और हम इससे संतुष्ट है। देश की सुरक्षा खतरों के लिहाज से यह अब तक का सबसे बेहतर सौदा है।
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सिर्फ 6,500 करोड़ का कॉंट्रैक्‍ट देगी दास्‍सू
रफाल सौदे के बारे में जब उनसे पूछा गया कि इसमें 30,000 करोड़ रुपए का ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट है। यह कॉंट्रैक्‍ट अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए दिलाया गया है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। मुझे लगता है कि लोगों को गलत जानकारी दी गई है। इसमें ऑफसेट के नाम पर 30,000 करोड़ की बात नहीं है। क्‍योंकि फ्रांस की कंपनी दास्‍सू सिर्फ 6,500 करोड़ रुपए का ही कॉन्ट्रैक्ट रिलाएंस को देगी।
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2008 के सौदे से बेहतर
जब उनसे पूछा गया कि फ्रैंच मीडिया में कहा जा रहा है कि अनिल अंबानी की कंपनी को फायदा पहुंचाया गया है। इस पर उन्होंने कहा कि जो डील 2008 में की जा रही थी, ये उससे कई ज्यादा अच्छी डील है। चाहे वो दाम हो या फिर अन्य चीज़ें हों। इसमें हमें अच्छी तकनीक, मेंटेनेंस सबकुछ मिल रही है। वायुसेना के उप प्रमुख शिरीष बबन देव ने भी इस डील की तारीफ की। उन्होंने कहा कि राफेल का प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। इससे सिर्फ राफेल ही नहीं बल्कि किसी भी जहाज का पुर्जा बनाया जा सकता है। देव ने बताया कि अंनिल अंबानी को ठेका देने की बात कमर्शियल है, जो फ्रैंच कंपनी है उनको पता है कि ये ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट है। अब उसे कैसे सर्विस करना है, किसके पास जाना है। इस पर सरकार दबाव नहीं डाल सकती है। उन्‍होंने कहा कि रफाल सौदे पर विवाद से किसी का नुकसान हो या न हो वायुसेना का नुकसान जरूर होगा। और हमें किसी भी कीमत पर राफेल चाहिए।
2019 में भारत आएगी पहली खेप
आपको बता दें कि वायुसेना के उप प्रमुख रघुनाथ नांबियार ने फ्रांस में पहली भारतीय रफाल लड़ाकू विमान पर उड़ान भरी थी। आधुनिकतम सुविधाओं से लैस इस लड़ाकू विमान की पहली खेप अगले साल सितंबर में भारत आ सकती है। इसके उलट इस सौदे को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार आरोप लगा रही है कि मोदी सरकार ने इसमें भ्रष्टाचार किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर कई बार प्रेस कॉफ्रेंस कर चुके हैं।
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