IFFI हेड ने दिया था इस्तीफा
आपको बता दें कि IFFI ने पिछले सप्ताह इन दोनों फिल्मों को महोत्सव में शामिल करने से इनकार कर दिया था। सनल सरकार के निर्देशन में बनी तमिल फिल्म ‘एस दुर्गा’ और रवि जाधव के निर्देशन में बनी मराठी फिल्म ‘न्यूड’ विवादों में है। इस मामले को लेकर IFFI ज्यूरी के हेड सुजॉय घोष समेत 3 लोगों ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया है। आपको बता दें कि सुजॉय ने विद्या बालन अभिनीत फिल्म ‘कहानी’ का निर्देशन किया था। उन्होंने दोनों फिल्मों को ऐसे हटाए जाने को लेकर हैरानी जताई है।
आपको बता दें कि IFFI ने पिछले सप्ताह इन दोनों फिल्मों को महोत्सव में शामिल करने से इनकार कर दिया था। सनल सरकार के निर्देशन में बनी तमिल फिल्म ‘एस दुर्गा’ और रवि जाधव के निर्देशन में बनी मराठी फिल्म ‘न्यूड’ विवादों में है। इस मामले को लेकर IFFI ज्यूरी के हेड सुजॉय घोष समेत 3 लोगों ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया है। आपको बता दें कि सुजॉय ने विद्या बालन अभिनीत फिल्म ‘कहानी’ का निर्देशन किया था। उन्होंने दोनों फिल्मों को ऐसे हटाए जाने को लेकर हैरानी जताई है।
इन 6 मेंबरों ने लिखी स्मृति ईरानी को चिट्ठी
वहीं अब ज्यूरी के जिन 6 सदस्यों ने स्मृति ईरानी को खत लिखा है, उसमें भारतीय पैनोरमा विनियमों के अनुसार फाइनल कहने वाले ज्यूरी को कोई भी सूचना, चर्चा या सहारा के बिना दो फिल्मों को महोत्सव से बाहर करने पर अपनी चिंता जताई हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को खत लिखने वाले और IFFI के इस कदम पर चिंता जाहिर करने वाले लोगों में सतरूपा सन्याल, सचिन छाते, सुरेश हेबलीकर, हरि विश्वनाथ, रूचि नरेन और गोपी देसाई का नाम शामिल है।
वहीं अब ज्यूरी के जिन 6 सदस्यों ने स्मृति ईरानी को खत लिखा है, उसमें भारतीय पैनोरमा विनियमों के अनुसार फाइनल कहने वाले ज्यूरी को कोई भी सूचना, चर्चा या सहारा के बिना दो फिल्मों को महोत्सव से बाहर करने पर अपनी चिंता जताई हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को खत लिखने वाले और IFFI के इस कदम पर चिंता जाहिर करने वाले लोगों में सतरूपा सन्याल, सचिन छाते, सुरेश हेबलीकर, हरि विश्वनाथ, रूचि नरेन और गोपी देसाई का नाम शामिल है।
सेंसर बोर्ड ने दोनों फिल्मों पर लगा दी थी रोक
पत्र में इन दोनों फिल्मों का बचाव करते हुए कहा गया कि ये फिल्में सेक्स और महिला सशक्तिकरण पर होने वाली चर्चाओं की दिशा में हमारा एक अहम कदम है और उनके हिसाब से काफी महत्वपूर्ण भी है। आपको बता दें कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 26 फीचर फिल्मों और 16 नॉन फीचर फिल्मों को पैनोरमा कैटेगरी के लिए चुना था। इसी में ‘एस दुर्गा’ और ‘न्यूड’ को शामिल नहीं किया गया था। इससे पहले भी मलयाली फिल्म ‘एस दुर्गा’ के मुंबई में प्रदर्शन को लेकर सेंसर बोर्ड ने रोक लगा दी थी। मंत्रालय ने इस फिल्म पर लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने की बात कही थी।
पत्र में इन दोनों फिल्मों का बचाव करते हुए कहा गया कि ये फिल्में सेक्स और महिला सशक्तिकरण पर होने वाली चर्चाओं की दिशा में हमारा एक अहम कदम है और उनके हिसाब से काफी महत्वपूर्ण भी है। आपको बता दें कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 26 फीचर फिल्मों और 16 नॉन फीचर फिल्मों को पैनोरमा कैटेगरी के लिए चुना था। इसी में ‘एस दुर्गा’ और ‘न्यूड’ को शामिल नहीं किया गया था। इससे पहले भी मलयाली फिल्म ‘एस दुर्गा’ के मुंबई में प्रदर्शन को लेकर सेंसर बोर्ड ने रोक लगा दी थी। मंत्रालय ने इस फिल्म पर लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने की बात कही थी।