भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों में आईआईएससी-बेंगलूरु बरकरार
Published: Sep 06, 2016 06:26:00 pm
क्यूएस अनुसंधान के प्रमुख बेन सॉटर ने कहा, इस साल की तालिका का मतलब निवेश के स्तर को निर्धारित करना है कि किसने प्रगति की और कौन पिछड़ा है
लंदन। बेंगलूरु की इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) देश के शीर्ष विश्वविद्यालयों में अब भी जगह बनाए हुआ है, हालांकि वैश्विक तालिका में दो पायदान नीचे फिसलकर 152वें स्थान पर पहुंच गई है। मंगलवार को नवीनतम क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2016-17 जारी की गई। जमशेतजी नुसरवानजी टाटा, भारत सरकार और मैसूर के महाराज के संयुक्त प्रयासों से 1909 में स्थापित आईआईएससी पिछले साल दुनिया भर के शीर्ष 150 विश्वविद्यालयों में वैश्विक स्तर पर 147 वें स्थान पर थी।
शीर्ष 400 विश्वविद्यालयों में शामिल होने वाले प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानें (आईआईटी) दिल्ली (185), बंबई (219), मद्रास (249), कानपुर (302), खडग़पुर (313) और रूड़की (399) हैं। क्यूएस अनुसंधान के प्रमुख बेन सॉटर ने कहा, इस साल की तालिका का मतलब निवेश के स्तर को निर्धारित करना है कि किसने प्रगति की और कौन पिछड़ा है।
जिन देशों ने सार्वजनिक रूप से या चंदा से उच्च स्तर पर अपने विश्वविद्यालयों को वित्त पोषित किया है, वे उभरे हैं। वहीं कुछ पश्चिमी देशों ने सार्वजनिक अनुसंधान खर्च में कटौती कर दी, जिससे अमेरिकी और एशियाई समकक्षों के सामने वे जमीन खोते जा रहे हैं।
वैश्विक तालिका इस प्रकार है :
1- मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
2- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
3- हावर्ड विश्वविद्यालय
4- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
5- कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
6- ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
7- यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन
8- ईटीएच ज्यूरिक ( स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी)
9- इंपीरियल कॉलेज, लंदन
10- शिकागो विश्वविद्यालय