यही वजह है कि इन कोरोना वॉरियर्स (
corona worriors ) की जान को लेकर बढ़ रहे खतरे के बीच तमाम शोध ( Reserch ) और वैज्ञानिक ( Scientist ) भी रोकथाम के उपायों के लिए कुछ इजात करने में जुटे हैं।
कोरोना संकट के बीच तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद ने कराया कोरोना टेस्ट, फिर पुलिस को सौंपी रिपोर्ट कोरोना वॉरियर्स को ऐसा सुरक्षा कवच प्रदान करने लिए आईआईटी रोपड़ ( IIT ropar ) ने भी बड़ा कदम उठाया है।
कोरोना के इलाज के दौरान चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए आईआईटी के वैज्ञानिकों और दयानंद मेडिकल कॉलेज ( Dayanand Medical College ) और हॉस्पिटल- लुधियाना के डॉक्टरों ने मिलकर ऐसा अविष्कार किया है, जो कोरोना वॉरियर्स को सुरक्षा का अतिरिक्त कवच प्रदान करता है।
आईआईटी रोपड़ ने एक ऐसा कंटेनमेंट बॉक्स ( Containment Box ) तैयार किया है जो चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों में कोरोना संक्रमण के खतरे को रोकने में मददगार साबित होगा। IIT Ropar के प्रोफेसर आशीष साहनी के मुताबिक कोरोना के कारण मरीजों की देखरेख करने वाले हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स भी खतरे में होते हैं।
भले ही वो पीपीई किट का इस्तेमाल करने के साथ ही कुछ अन्य बचाव के तरीके इस्तेमाल करते हैं बावजूद इसके कई जगहों से डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित होने की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में ‘कंटेनमेंट बॉक्स’ उन्हें इस संक्रमण से बचाने में कारगार होगा।
लॉकडाउन के बाद ट्रेनें चलाने के लिए रेलवे ने बनाया स्पेशल प्लान, अब नए नियमों के साथ करना होगी यात्रा कंटेनमेंट बॉक्स का ऐसे होगा इस्तेमालकोरोना संकट के बीच कंटेनमेंट बॉक्स एक ऐसा कवच है जो संक्रमण को बढ़ने से रोकने में मददगार है। इसके इस्तेमाल की बात करें तो इस बॉक्स को रोगी के मुंह पर रखना होता है।
मरीज को लिटाने के बाद वेंटिलेटर का पाइप मुंह में डालने के दौरान और ऑपरेशन के दौरान इस बॉक्स को मुंह में रखा जा सकता है।