97 फीसदी लंबा होगा मानसून
मौसम विभाग के महानिदेश के जे रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस वर्ष का पहला मानसून पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। मानसून 97 प्रतिशत रहेगा। उन्होंने बताया कि मानसून मई के मध्य में सबसे पहले केरल पहुंचेगा और 45 दिनों के अंदर पूरे देश में फैल जायेगा ।
मौसम विभाग के महानिदेश के जे रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस वर्ष का पहला मानसून पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। मानसून 97 प्रतिशत रहेगा। उन्होंने बताया कि मानसून मई के मध्य में सबसे पहले केरल पहुंचेगा और 45 दिनों के अंदर पूरे देश में फैल जायेगा ।
बेहतर होगी खरीफ की फसल
जे रमेश के मुताबिक यह लगातार तीसरा वर्ष है जब मानसून सामान्य रहेगा। देश में करीब 45 प्रतिशत सिंचित क्षेत्र है और शेष भूमि पर वर्षा आधारित खेती की जाती है जिसके लिए मानसून का सामान्य रहना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। मानसून बेहतर रहने से खरीफ फसलों की बुआई अच्छी हो सकती है।
जे रमेश के मुताबिक यह लगातार तीसरा वर्ष है जब मानसून सामान्य रहेगा। देश में करीब 45 प्रतिशत सिंचित क्षेत्र है और शेष भूमि पर वर्षा आधारित खेती की जाती है जिसके लिए मानसून का सामान्य रहना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। मानसून बेहतर रहने से खरीफ फसलों की बुआई अच्छी हो सकती है।
सूखा पड़ने की कोई संभावना नहीं
इससे पहले मौसम संबंधी पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काइमेट ने भी इस साल के मानसून का पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि 2018 में मानूसन सामान्य रह सकता है। स्काइमेट के अनुसार, इस साल सूखा पड़ने की संभावना शून्य फीसदी है। स्काइमेट की ओर से जारी दीर्घावधि मानसून पूवार्नुमान के अनुसार, जून से सितंबर की चार माह की मानसून अवधि में दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 100 फीसदी बारिश होने का अनुमान है।
इससे पहले मौसम संबंधी पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काइमेट ने भी इस साल के मानसून का पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि 2018 में मानूसन सामान्य रह सकता है। स्काइमेट के अनुसार, इस साल सूखा पड़ने की संभावना शून्य फीसदी है। स्काइमेट की ओर से जारी दीर्घावधि मानसून पूवार्नुमान के अनुसार, जून से सितंबर की चार माह की मानसून अवधि में दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 100 फीसदी बारिश होने का अनुमान है।
स्काइमेट के मुताबिक माननसून 2018 में प्रति माह वर्षा की संभावना इस प्रकार है : जून – दीर्घावधि औसत के मुकाबले 111 फीसदी बारिश हो सकती है (जून में औसतन 164 मिमी वर्षा होती है।)
सामान्य बारिश की संभावना : 30 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 60 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 10 फीसदी
सामान्य बारिश की संभावना : 30 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 60 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 10 फीसदी
जुलाई-दीर्घावधि औसत के मुकाबले 97 फीसदी बारिश हो सकती है (जुलाई में औसतन 289 मिमी वर्षा होती है।)
सामान्य बारिश की संभावना : 55 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 15 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 30 फीसदी
सामान्य बारिश की संभावना : 55 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 15 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 30 फीसदी
अगस्त-दीर्घावधि औसत के मुकाबले 96 फीसदी बारिश हो सकती है (अगस्त में औसतन 261 मिमी वर्षा होती है।)
सामान्य बारिश की संभावना : 55 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 10 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 35 फीसदी
सामान्य बारिश की संभावना : 55 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 10 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 35 फीसदी
सितंबर-दीर्घावधि औसत के मुकाबले 101 फीसदी बारिश हो सकती है (सितंबर में औसतन 173 मिमी वर्षा होती है।)
सामान्य बारिश की संभावना : 60 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 20 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 20 फीसदी
सामान्य बारिश की संभावना : 60 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना : 20 फीसदी
सामान्य से कम बारिश की संभावना : 20 फीसदी