scriptIMF की चेतावनी- बढ़ रहा वैश्विक मंदी का खतरा, 164 लाख करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा वैश्विक कर्ज | IMF warns global recession had reached high records due to debt | Patrika News

IMF की चेतावनी- बढ़ रहा वैश्विक मंदी का खतरा, 164 लाख करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा वैश्विक कर्ज

locationनई दिल्लीPublished: Apr 21, 2018 09:19:52 pm

Submitted by:

Prashant Jha

मुद्रा कोष ने कहा कि दुनिया में जिस तरह से कर्ज में इजाफा हो रहा है उससे कई देशों पर वित्तीय संकट आ सकता है।

IMF, global recession
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चेतावनी दी है कि दुनिया कर्ज की बोझ के तले दबता जा रहा है और दुनिया पर वैश्विक मंदी का खतरा मंडरा रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की माने तो वैश्विक कर्ज बढ़कर 164 ट्रिलियन डॉलर यानी 164 लाख करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच चुका है। मुद्रा कोष ने कहा कि दुनिया में जिस तरह से कर्ज में इजाफा हो रहा है उससे कई देशों पर वित्तीय संकट आ सकता है। IMF ने आगे कहा कि अगर इसी तरह से चलता रहा तो सारी दुनियां को भयंकर मंदी झेलनी पड़ सकती है। चीन में कर्ज की रफ्तार सबसे ज्यादा है। ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ता हुआ कर्ज वैश्विक मंदी का सबब बन सकता है।
दुनिया की जीडीपी का 225 फीसदी हो चुका है कर्ज

गौरतलब है कि IMF हर 6 महीने में फिस्कल मॉनिटर रिपोर्ट जारी करता है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में ग्लोबल पब्लिक और प्राइवेट कर्ज बढ़कर अपने सबसे उच्च स्तर पर पहुंच चुका है और यह दुनिया की जीडीपी का 225 प्रतिशत हो चुका है। इससे पहले वैश्विक कर्ज 2009 में अपने उच्च पर था। IMF के फिस्कल अफेयर्स विभाग के प्रमुख विटोर गैस्पर ने एक कहा कि ‘164 ट्रिलियन का आंकड़ा बहुत ही बड़ी संख्या होती है। जब हम आसन्न जोखिमों की बात करते हैं उनमें से एक बड़ा जोखिम पब्लिक और प्राइवेट कर्ज का उच्च स्तर है।’
राजकोषीय घाटा को लेकर IMF का सुझाव
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने देशों से अपने राजकोषीय घाटा को लेकर अहम कदम उठाने का सुझाव दिया है। मुद्रा कोष ने अमरीका से अपनी फिस्कल पॉलिसी को दोबारा तय करने को कहा है। बता दें कि अमेरिका का फिस्कल डेफिसिट जिस गति से बढ़ रहा है, उस हिसाब से वह 2020 में 1 ट्रिलियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा। गौरतलब है कि पिछले साल सबसे ज्यादा जापान की हालत खराब थी, जापान का कर्ज GDP से 236 प्रतिशत ज्यादा है। दूसरे नंबर पर इटली है जिसका कर्ज जीडीपी के 132 प्रतिशत है और तीसरे नंबर पर अमेरिका है। अमरीका का कर्ज 108 प्रतिशत है। वहीं भारत का कर्ज GDP का 70 प्रतिशत है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो