IMH Employees Trangenders: चेन्नई की मानसिक स्वास्थ्य संस्थान ने दो ट्रांसजेंडर्स को नौकरी पर रखा है। जिनके संघर्ष की कहानी भी दिलचस्प है।
नई दिल्ली। समावेश की ओर बढ़ते हुए कदम एक खुले समाज का परिचायक होते हैं। किसी समय में ट्रांसजेंडर्स (
Transgenders) को समाज का हिस्सा भी नहीं माना जाता था लेकिन आज परिस्थितियों में बदलाव आया है।
चेन्नई के किलपौक में मानसिक स्वास्थ्य संस्थान (IMH) ने पहली बार ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों को अपने यहां काम पर रखा है। 28 वर्षीय मनीषा को संस्थान में एक टेलीफोन ऑपरेटर की नौकरी पर रखा गया है, जबकि 26 वर्षीय वैष्णवी को हाउसकीपिंग वर्कर के रूप में नियुक्त किया गया है।