देश पाम ऑयल (Palm Oil) का आयात मलेशिया से करती है। अगर इस पर बढ़ाया जाता है तो मूल्य में वृद्धि होने के कारण उसका आयात घट जाएगा। जिससे सरसों, सोयाबीन और मूंगफली तिलहन की मांग बढ़ेगी, मांग बढ़ने के साथ इसके उत्पादन में वृद्धि होगी। सूत्रों के मुताबिक सरकार 5 प्रतिशत टैक्स में इजाफा कर सकती है। टैक्स के जरिए आए रुपयों का उपयोग तिलहन के उत्पादन को बढ़ावा देने में किया जाएगा।
देश में करीब 70 फीसदी खाने का तेल आयात किया जाता है। जिस पर सालाना लगभग 10 अरब डॉलर खर्च किया जाता है। भारत में कच्चे सरसों तेल, सोयाबीन तेल और सूरजमुखी के कच्चे तेल पर 35 फीसदी आयात शुल्क लगता है। वहीं रिफाइंड पाम ऑयल पर 37.5 फीसदी और रिफाइंड ऑयल पर 45 फीसदी का आयात शुल्क लगता है।