होम मिनिस्ट्री ने बताया कारण
दरअसल, कश्मीर और आतंकवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान में आजादी के बाद से ही विवाद चला आ रहा है। ऐसे में दोनों देशों के बीच चार बार युद्ध भी हो चुका है। जबकि सीमा पर क्रॉस फायरिंग व युद्ध विराम उल्लघंन जैसी घटनाएं आम हो गई है। लेकिन पाकिस्तान की इन नापाक हरकतों को दर किनार करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के माइनोरिटीज की मदद करने की अपनी पॉलिसी पर आगे बढ़ रही है। हालांकि इन पाक नागरिकों को वीजा जारी करने के पीछे वहां अल्पसंख्यकों खासकर हिन्दुओं का उत्पीड़न को कारण समझा जा रहा है। इसलिए केन्द्र सरकार ने इन देशों से आने वाले हिंदुओं को लॉन्ग टर्म वीजा देने की पॉलिसी पर काम करना शुरू कर दिया। होम मिनिस्ट्री के मुताबिक पिछले महीने हमने 431 पाकिस्तानी नागरिकों को लॉन्ग टर्म वीजा दिया गया है। जिन लोगों ये वीजा दिया गया है वो नागरिक पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखते हैंं।
ये मिलेंगी सुविधाएं
वहीं केन्द्र सरकार की नई वीजा नीति के अनुसार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय की मदद की जाएगी। हालांकि इस नीति के अंतर्गत जिन लोगों की जानी है उनमें हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शामिल हैं। इन लोगों को भारत में रहने के लिए लॉन्ग टर्म वीजा दिया जाता है। जिसके अंतर्गत ये लोग न केवल यहां परिवार के साथ रह सकते हैं, बल्कि मकान भी खरीद सकते हैं। इसके साथ ही इनको रोेजगार आदि की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं। भारत में ये नागरिक आम भारतीय नागरिकों की तरह ही रह सकेंगे, जिसमें ये उनको पैन और आधार के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस व बैंक अकाउंट खुलवाने की भी बनवाने की छूट होगी। जबकि ये लोग जिस राज्य में ये रहते हैं, उस राज्य में बिना रोक-टोक के कहीं भी जा सकते हैं। इसके अलावा अपने लॉन्ग टर्म वीजा को एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रांसफर करा सकते हैं।