मौसम विभाग के मुातबिक 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर ओडिशा, तटीय कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, और तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। इसके अलावा असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण एवं गोवा, मध्य महाराष्ट्र एवं विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में अगले २४ घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलधार बारिश से अब तक विभिन्न क्षेत्रों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है। लगातार हो रही बारिश से पिछले सालों में हुए नुकसान का आंकड़ा भी पार होने लगा है। प्रदेश की राजधानी शिमला में 117 साल बाद 24 घंटे में 172.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इससे पहले अगस्त 1901 में यहां एक दिन में 277 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। सोमवार को पूरे राज्य में 73.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है जो पिछले सात सालों में सर्वाधिक है। इसके पहले 2011 में एक दिन में 75 मिमी बारिश का रिकॉर्ड था।
विभाग ने मानसून संबंधी गतिविधियों को देखते हुये मध्य अरब सागर, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के तटीय इलाकों में मौसम बेहद खराब रहने की आशंका जतायी है। इसके मद्देनजर मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है.
मौसम विभाग ने सोमवार को अगले २४ घंटों में उत्तराखंड में विशेषकर प्रदेश के आठ जिलों, देहरादून, टिहरी, पौडी, चमोली, नैनीताल, उधमसिंह नगर, चंपावत और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।