दिल्ली में उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यह वार्ता अगले वर्ष 15 जनवरी को इस्लामाबाद में हो सकती है
नई दिल्ली/इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अचानक लाहौर दौरे का नतीजा भी तुरंत सामने आया। भारत-पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तरीय वार्ता की तारीख तय हो गई। वार्ता 15 जनवरी को होगी। मोदी शुक्रवार को काबुल से लौटते हुए अचानक लाहौर चले गए थे और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के घर भी गए थे।
पाकिस्तान के रेडियो चैनल रेडियो पाकिस्तान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के हवाले से शनिवार को कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने वार्ता बहाल करने के उद्देश्य से कार्यक्रम तय करने के लिए अगले वर्ष जनवरी के मध्य में विदेश सचिव स्तर की वार्ता को सहमति दे दी है।
बीते कुछ समय से संबंधों में आई खटास के बीच दोनों प्रतिद्वंद्वी देशों ने वार्ता को आगे भी जारी रखने की इच्छा जताई है। उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को अचानक हुई पाकिस्तान यात्रा के बाद यह फैसला लिया गया। दिल्ली में उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यह वार्ता अगले वर्ष 15 जनवरी को इस्लामाबाद में हो सकती है, जिसमें भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
अजीज ने कहा कि पाकिस्तान के करीब-करीब सभी राजनीतिक दलों ने भारतीय प्रधानमंत्री इस सद्भाव यात्रा की सराहना की है। इसके अलावा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सहित पाकिस्तान के करीब सभी राजनीतिक दल दोनों देशों के बीच शांति और दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क बढ़ाए जाने के समर्थन में हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता काजी खलीलुल्लाह ने यह भी कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने अच्छे पड़ोसी जैसे संबंध स्थापित करने के लिए आपसी समन्वय बढ़ाए जाने पर भी सहमति जताई है।
उल्लेखनीय है कि पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान 30 नवंबर को मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच हुई छोटी सी मुलाकात के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार देखने को मिला है। मोदी और शरीफ के बीच हुई इस मुलाकात के ठीक बाद भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान यात्रा पर गईं और हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से भी मुलाकात की। इस दौरान सुषमा, शरीफ से भी मिलीं।
सुषमा और शरीफ के बीच हुई बैठक के दौरान सुषमा ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2016 में पाकिस्तान का दौरा करेंगे। स्वराज ने बाद में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि दोनों देशों ने फिर से एक व्यापक वार्ता प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति जाहिर की है।
विदेश सचिवों की वार्ता में शांति और सुरक्षा, कश्मीर, सियाचिन, सर क्रीक, वुल्लर बैराज, तुलबुल नौवहन परियोजना, आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग, आतंकवाद का मुकाबला, मादक पदार्थ नियंत्रण, मानवीय मुद्दों, नागरिक के बीच संपर्क और धार्मिक पर्यटन से जुड़े मुद्दे शामिल हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 60 वर्षो में कश्मीर विवाद को लेकर तीन बार युद्ध हो चुका है।