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Prithvi-2 का सफल परीक्षण, दुश्‍मन के ठिकानों को 350 किमी दूर तक ध्‍वस्‍त करने में सक्षम

Published: Feb 22, 2018 09:28:41 am

Submitted by:

Dhirendra

भारत ने ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केंद्र से रात के समय Prithvi-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया।

earth-2
नई दिल्‍ली. भारतीय वैज्ञानिकों ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से बुधवार रात पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह पूरी तरह से स्वदेश निर्मित मिसाइल है। मेक इन इंडिया के तहत बनी पृथ्वी-2 मिसाइल का रात में सफल परीक्षण करने में वैज्ञानिकों को कामयाबी मिली है। इससे पहले 18 जनवरी को अग्नि-5 , छह फरवरी को अग्नि-1 और 20 फरवरी को अग्नि-2 का ओडिशा के अब्दुल कलाम आइलैंड से सफल परीक्षण किया गया था। रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह अत्याधुनिक मिसाइल 350 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। इसमें लक्ष्य को भेदने के लिए आधुनिक जड़त्वीय दिशा-निर्देशन प्रणाली लगी है। यह अपने पथ पर बड़ी कुशलता से आगे बढ़ती है। प्रशिक्षण अभ्यास के तहत मिसाइल को उत्पाद भंडार से रैंडम तरीके से उठाया गया और इसकी समूची प्रक्षेपण गतिविधियों को सेना की रणनीतिक बल कमान ने अंजाम दिया।
आाधुनिकतम तकनीक से लैस
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह अब दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब के लिए तैयार है। यह मिसाइल 483 सेकेंड तक और 43.5 किमी की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। इससे पहले पृथ्वी-II का सफल यूजर ट्रायल 16 फरवरी 2016 और 14 नवंबर 2014 को किया गया था। पृथ्वी-II में दो इंजन लगे हैं जिसकी लंबाई 8.56 मीटर, चौड़ाई 1.1 मीटर और वजन 4,600 किलोग्राम है। रक्षा सूत्रों ने कहना है कि परीक्षण के दौरान इस मिसाइल ने मिशन के सभी लक्ष्य पूरे किए।
क्या है Prithvi-2 की खासियत
पृथ्वी-2 मिसाइल परमाणु आयुध ले जाने से लेकर 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने की क्षमता रखती है। यह 1,000 किलोग्राम तक का हथियार ले जान में सक्षम है । इसमें दोहरे इंजन या‍नि लिक्विड प्रोपेलैंट की तकनीक से लैस है। पृथ्वी-2 मिसाइल युद्ध स्थिति में सेना को अधिक मदद पहुंचाएगी।
अग्नि 1 का परीक्षण भी हुआ था ओडिशा में
आपको बता दें कि नवंबर, 2016 में ओडिशा तट से ही अग्नि 1 का सफल परीक्षण किया गया था। यह 700 किलोमीटर तक मार कर सकती है। इस परीक्षण को ओडिशा के तट पर स्थित परीक्षण रेंज से अंजाम दिया गया था।
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