Big Breaking: पूर्व मुख्यमंत्री के निजी सचिव के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी में 2000 करोड़ का खुलासा उन्होंने कहा, “हमारी बहुत ज्यादा दिलचस्पी अमरीका द्वारा इस्तेमाल की गई उस तकनीकी को हासिल करने में है, जिसका इस्तेमाल उन्होंने ईरानी कमांडर को मारने में किया क्योंकि ड्रोन चुपचाप वहां पहुंचा बिल्कुल सटीक ढंग से मिसाइल दाग कर उसे मार दिया।”
गौरतलब है कि बीते 3 जनवरी को बगदाद में अमरीकी सैन्य टुकड़ी द्वारा किए गए ड्रोन अटैक में कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी गई थी। सूत्रों का कहना है कि अगर भारत को किसी ऐसे अभियान को चलाने की जरूरत पड़ती है जिसमें कोई भारतीय भगोड़ा पाकिस्तान या किसी अन्य ऐसे देश में जाकर छिपा हुआ है, तो इस तकनीक की मदद से उसे लक्ष्य बनाने में मदद मिल सकती है।
सड़क किनारे नारियल पानी से लदे ठेले पर पड़ी पुलिस की नजर, जब नाबालिग विक्रेता को धरा गया तब हुआ खुलासा दरअसल भारत में मुंबई 26/11 और पुलवामा 14 फरवरी जैसे खतरनाक आतंकी हमलों को अंजाम देने वालों के आका पाकिस्तान में छिपे बैठे हैं। जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर और लश्कर सरगना हाफिज सईद पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं और पाकिस्तानी सेना के सहयोग से भारतय विरोधी गतिविधियों को लगातार जारी रखे हुए हैं।
सूत्रों का कहना है कि अमरीकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान इस तकनीकी में दिलचस्पी दिखाए जाने के साथ और इस पर चर्चा की जा सकती है।