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फ्रांस से फिर बड़ी डील की तैयारी में भारत, सेना के लिए खरीदे जाएंगे 3,000 एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल

Published: Jan 21, 2019 03:25:29 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

रफाल विमान सौदे को लेकर पहले से मचे घमासान के बीच भारत सरकार फ्रांस के साथ एकबार फिल एक हजार करोड़ की डील करने की तैयारी में है।

Indian Army anti-tank guided missiles

फ्रांस से फिर बड़ी डील की तैयारी में भारत, सेना के लिए खरीदे जाएंगे 3,000 एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल

नई दिल्ली। 36 रफाल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर जारी घमासन के बीच भारत एकबार फिर फ्रांस के साथ बड़ी डील करने की तैयारी में है। इस बार भारतीय थल सेना को मजबूत करने की दिशा में फ्रांस से 3,000 से ज्‍यादा एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल खरीदने की योजना है। न्यूज एजेंसी की ओर से कहा गया है कि भारत पैदल सेना के लिए फ्रांस से 3,000 से ज्‍यादा मिलान 2T एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल फ्रांस से खरीदना चाहता है। पाकिस्तान से सीमा संबंध को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना इन मिसाइलों की तुरंत खरीदारी पर जोर दे रही है।

एक हजार करोड़ रुपए का है सौदा

न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि इस खरीदारी के संबंध में रक्षा मंत्रालय में जल्द ही एक उच्च-स्तरीय बैठक होगी। जिसमें फ्रांस से मिलान 2टी एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) की दूसरी पीढ़ी की मिसाइलों को खरीदने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। अबतक की तैयारी के मुताबिक ये मिसाइलें भारत में ही बनाएगी जाएगी। भारत डायनामिक्‍स लिमिटेड (BDL) के लाइसेंस के तहत फ्रेंच कंपनी मिलकर इनका निर्माण करेगी। खबर है कि ये सौदा 1,000 करोड़ रुपए से अधिक का होगा।

भारतीय सेना को 70,000 एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों की जरुरत

रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना को अभी करीब 70,000 एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों (ATGM) की जरूरत है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के लगभग 850 लांचरों की भी जरुरत है। भारतीय सेना अपने मौजूदा मिलान -2T और कोंकटर की तुलना में लंबी दूरी के साथ तीसरी पीढ़ी के एटीजीएम की खरीद करने की योजना बना रही है। भारत ने अभी पिछले साल ही इजरायल से खरीदी जाने वाली स्‍पाइक मिसाइलों (ATGM) का सौदा रद्द किया है।

क्यों खास है एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ?

फ्रांस की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का लोहा माना जाता है। रक्षा विशेषज्ञ इसे सबसे बेहतरीन मिसाइलों में गिनते हैं। 13 किलोग्राम वजन का ये मिसाइल आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता है, जिसकी वजह से हर देश की सेना की पहली पसंद बन जाती है। 1.5 से 25 किलोमीटर दूर तक दुश्मन के टैंक के तबाह करने की क्षमता रखने वाली मिसाइलें का निशाना अचूक होता है।

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