मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि आर्मी चीफ बिपिन रावत ने सरकार के प्रमुख लोगों को बता दिया था कि भारतीय सेना पाकिस्तान के द्वारा किए जाने वाले किसी भी हमले से निपटने के लिए तैयार है। आर्मी चीफ का कहना था कि भारतीय सेना पाकिस्तान के साथ परंपरागत युद्ध के लिए तैयार थी और इसमें पाकिस्तानी सीमा के अंदर जाना भी शामिल था।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत सरकार जब हवाई हमले समेत सभी विकल्पों पर विचार कर रही थी उस वक्त सेना प्रमुख ने सरकार को अपने बल की तैयारियों के बारे में बताया था।
बताया जा रहा है कि आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत रिटायर हो रहे कुछ सैन्य अधिकारियों के साथ बंद कमरे में बातचीत के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बालाकोट हमले के बाद भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना द्वारा की जाने वाली किसी आक्रामकता से निपटने के लिए हर तरह से तैयार है। एक सैन्य अधिकारी का कहना है कि सेना प्रमुख यह कहना चाह रहे थे कि भारीतय युद्ध को पाकिस्तानी सीमा में ले जाने के लिए पूरी तरह से तैयार थी।
एक अन्य रिपोर्ट्स के अनुसार सितंबर 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 11 हजार करोड़ रुपए के आयुध खरीद अनुबंधों को अंतिम रूप दिया था और उसे इसमें से 95 फीसद मिल भी चुके हैं। गौरतलब है कि पुलावामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच काफी गहमागहमी हो गई थी और भारत ने बालाकोट पर एयर स्ट्राइक किया था।