भारतीय सेना के इस जोरदार हमले को तीन सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर की गई भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद यह तीसरी सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
रविवार को भारतीय सेना ने POk में स्थित कई आतंकी कैंपों पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया। सेना की इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की कई पोस्ट भी नुकसान पहुंचा है। नीलम घाटी स्थित सेना के हेडक्वार्टर और चार अतंकी कैंपों को ध्वस्त करने की सूचना है। pok की नीलम घाटी में चल रहे आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में करीब 4-5 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर है।
सर्जिकल स्ट्राइक से उरी का बदला बता दें कि इससे पहले 28-29 सितंबर, 2016 की रात 150 कमांडोज की मदद से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। ये पहला मौका था जब आतंकियों के खिलाफ लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पार कर सेना ने ऑपरेशन को अंजाम दिया। भारतीय सेना के जवान पूरी प्लानिंग के साथ 28-29 सितंबर की आधी रात पीओके में 3 किलोमीटर अंदर घुसे और आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर दिया।
28 सितंबर की आधी रात घड़ी में 12 बज रहे थे। MI 17 हेलिकॉप्टरों के जरिए 150 कमांडोज को LoC के पास उतारा गया। यहां से 4 और 9 पैरा के 25 कमांडोज ने एलओसी पार की और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया।
कमांडोज ने वहां घुसकर बिना मौका गंवाए आतंकियों पर ग्रेनेड फेंक दिया। अफरा-तफरी फैलते ही स्मोक ग्रेनेड के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग की। देखते ही देखते 38 आतंकवादियों को मार गिराया गया। हमले में पाकिस्तानी सेना के 2 जवान भी मारे गए थे। इस ऑपरेशन में हमारे 2 पैरा कमांडोज भी लैंड माइंस की चपेट में आने से घायल हुए थे। रात साढ़े 12 बजे शुरू हुआ ये ऑपरेशन सुबह साढ़े 4 बजे तक चला।
बालाकोट एयर स्ट्राइक सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए 6 फरवरी, 2019 को भारतीय वायु सेना के 12 मिराज 2000 जेट्स ने नियंत्रण रेखा पार की और बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद संचालित आतंकवादी शिविर पर हमला किया। इस हमले में लगभग 200 – 300 आतंकवादी मारे गए। इस हमले से हुए नुकसान से पहले तो पाकिस्तान नकारता रहा लेकिन कुछ पिछले महीने पाकिस्तान से इस बात को स्वीकार किया बालाकोट हमले से पाकिस्तान का बड़ा नुकसान हुआ।