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सीमा विवाद पर पीछे नहीं हटेगा भारत, डोकलाम में जवानों ने गाड़े तंबू

Published: Jul 10, 2017 09:15:00 am

Submitted by:

ghanendra singh

चीन की तरफ से लगातार सबक सिखाने की बयानबाजी के बावजूद भूटान सीमा से सटे इलाके में सेना ने लंबे समय तक बने रहने की पूरी तैयारी कर ली है। 

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नई दिल्ली. चीन की धमकी से बेपरवाह भारतीय सेना डोकलाम से पीछे नहीं हटने का मन बना चुकी है। चीन की तरफ से लगातार सबक सिखाने की बयानबाजी के बावजूद भूटान सीमा से सटे इलाके में सेना ने लंबे समय तक बने रहने की पूरी तैयारी कर ली है। चीन लगातार इस इलाके से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने की मांग कर रहा है, लेकिन यहां तैनात भारतीय सैनिक इस इलाके में तंबू लगाकर रह रहे हैं जो इस बात का संकेत है कि जब तक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) वहां से अपने सैनिक नहीं बुलाती, वे भी वहां से पीछे नहीं हटेंगे। सेना के सूत्रों के अनुसार सेना विवाद का कूटनीतिक हल तलाशने को लेकर पूरे आत्मविश्वास से कोशिश कर रही है।

एक माह से आमने-सामने है सेना
चीन और भारत की सेना पिछले एक माह से यहां आमने-सामने है। भारत द्वारा चीन को यहां सड़क निर्माण रोकने के बाद यह विवाद शुरू हुआ है।

चीनी जनरल आए थे भारत दौरे पर
चीन के पश्चिमी क्षेत्र कमांड के कमांडर जनरल झाओं जोंगकी ने छह माह पहले भारत का दौरा किया था। सिक्किम के जिस क्षेत्र में सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है उसके लिए जिम्मेदार कमांडर जनरल झाओ जोंगकी की तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह से मुलाकात भी हुई थी। जोंगकी पिछले साल 8 दिसंबर से 10 दिसंबर तक भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर न सिर्फ कमांडर जनरल झाओ जोंगकी ने न सिर्फ तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह से बल्कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल विपिन राव से भी मुलाकात की थी। 

10 हजार फुट की ऊंचाई रसद आपूर्ति
सिक्किम में करीब 10,000 फुट की उंचाई पर स्थित क्षेत्र में दोनों सेनाओं के बीच तनातनी बरकरार है। सूत्रों के मुताबिक सैनिकों के लिए रसद की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गई है। जो इस बात का संकेत है कि भारतीय सेना चीन के किसी भी तरह के दबाव में नहीं झुकेगी। 

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