8 मई को शुरू होगा निकासी अभियान
नौसेना के समुद्री जहाज ‘जलश्वा’ और ‘मगर’ इस वक्त मालदीव के माले पोर्ट के रास्ते में है। 8 मई को इनकी मदद से निकासी अभियान शुरू किया जाएगा। सरकार विदेश में फंसे अपने नागरिकों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। उन्हें वापस लाने के लिए उपयुक्त तैयारी करने के लिए नौसेना को खास निर्देश दिए गए हैं।
पहली बार में 1000 यात्री लौटेंगे देश
भारतीय मिशन इस वक्त मालदीव में नौसेना के जहाज से वापसी करने वाले नागरिकों की सूची तैयार कर रहा है। इनकी मेडिकल जांच के बाद उन्हें यात्रा करने की सुविधा दी जाएगी। पहली यात्रा के तहत 1000 भारतीय स्वदेश लौटेंगे। यह संख्या जहाजों पर उपलब्ध मेडिकल सेवाओं और कोविड से संबंधित सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों के मद्देनजर निर्धारित की गई है।
नौसेना जहाज में होंगी ये सुविधाएं
नौसेना के सभी जहाज इस ऑपरेशन के लिए खास सुविधाओं से लैस हैं। समुद्री यात्रा के दौरान लोगों को सामान्य और मेडिकल सुविधाएं दी जाएंगी। इसके अलावा यात्रा के लिए कुछ आवश्यक प्रोटोकॉल पालन करने का भी निर्देश दिया गया है।
केरल के कोच्चि में रखे जाएंगे यात्री
जहाज से स्वदेश लौटने के बाद सभी नागरिकों को केरल के कोच्चि में रखा जाएगा। यहां उनकी देखभाल राज्य के अधिकारी करेंगे। आपको बता दें कि यह ऑपेरशन रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत सरकार की कई एजेंसियों और राज्य सरकारों के साथ मिलकर चलाया का रहा है।