स्मार्ट कोच में होंगी ये खूबियां सेंसर आधारित OBCMS (ऑन बोर्ड कंडिशन निगरानी प्रणाली) का लक्ष्य ट्रेन के संचालन में सुरक्षा और रक्षा को मजबूत करना है क्योंकि इसमें एकीकृत सीसीटीवी और सूचना प्रणाली होगी, जिससे हरदम कोच की स्थिति, ऑसिलेटरी व्यवहार, कोच की डॉयग्नोस्टिक्स और ताप, एयर सिस्टम, एयर कंडिशनिंग और वाटर मैनेजमेंट समेत अन्य जानकारियां मिल सकेंगी। इस प्रणाली के अनुसार ऑन-बोर्ड सेंसर लगातार कंपन और तापमान रिकॉर्ड करता है। कंपन का असामान्य होना सबसे प्राथमिक संकेत है कि डिब्बे के पहिए की कार्यप्रणाली में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। यह संचालक इस व्यवहार को सावधानीपूर्वक निगरानी की अनुमति देता है और इस तरह यह आगे किसी नुकसान को रोकता है।
बदल गया कानूनः नौकरी करने वालों की हुई बल्ले-बल्ले, कारोबारियों के छूटेंगे पसीने वायरलेस सेंसर मोड होगा मुख्य आधार शुरुआती चरण में व्यवहार की गलती का पता लगने से इससे घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी और इसके अनुसार रखरखाव कार्यक्रमों की योजना बनाई जा सकती है। इन स्मार्ट कोच में मुख्य आधार वायरलेस सेंसर मोड होगा, जो हर एक पहिए में लगाया जाएगा। यह पहिए और इसके व्यवहार की जानकारी देने में मदद करेगा। अधिकारी के मुताबिक, ‘एक बार बड़े स्तर पर लगाए जाने के बाद, ये सेंसर वास्तविक समय के आधार पर ट्रैक की स्थिति की निगरानी करने में सक्षम होंगे। इससे भविष्य में सुरक्षा, ज्यादा उपयोग और संचालन की लागत और रखरखाव में कमी आएगी।’
प्रधानमंत्री पद: मलेशिया में महातिर की वापसी और भारत आडवाणी की उम्मीदें आज रायबरेली में होगा अनावरण पहले स्मार्ट कोच का रायबरेली कोच फैक्ट्री में शुक्रवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर पायलट परियोजना के तहत अनावरण किया जाएगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रणाली के महत्वपूर्ण घटकों की निगरानी की है, जिसमें ट्रेन के पटरी से उतरने, देरी और रेल के बुनियादी ढांचे में गड़बड़ी की पहचान करना है। अधिकारी ने कहा कि रेलवे यात्री कोचों से जुड़ी कमियों और पटरियों की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए बहुप्रतीक्षित OBCMS शुरू करेगा।