नई पॉलिसी के तहत रेलवे बाकी 102 ट्रेनों में यात्रा से 4 दिन पहले तक सीटों की बुकिंग पर फ्लेक्सी फेयर स्कीम के तहत 50 फीसदी तक डिस्काउंट देगा। जिन ट्रेनों में 60 फीसदी से कम बुकिंग होती है, उनके लिए एक ग्रेडेड डिस्काउंट सिस्टम रखा जा रहा है। इसके तहत 20 फीसदी तक का डिस्काउंट उपलब्ध होगा। फ्लेक्सी फेयर स्कीम को उन ट्रेनों से हटाया जा रहा है, जिनका यूटिलाइजेशन 50 फीसदी है।
राजधानी, शताब्दी और दुरंतों जैसी प्रीमियम ट्रेनों में पूर्व रेलमंत्री सुरेश प्रभु के समय में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू किया गया था। इसके तहत एक तय सीमा में सीटें बुक होने के बाद किराए में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होती है, जो अधिकतम 50 फीसदी तक होती है।
यह योजना 9 सितंबर 2016 को 44 राजधानी, 46 शताब्दी और 52 अन्य ट्रेनों के लिए पेश की गई थी। आपको बता दें कि फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू होने के बाद से ही रेलवे को इन ट्रेनों से होने वाली आमदनी में 600 से 700 करोड़ रुपये सालाना का फायदा होता है। ऐसे में भारतीय रेलवे की समस्या यह है कि फ्लेक्सी फेयर को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाता है तो रेलवे की यह अतिरिक्त आमदनी खत्म हो जाएगी।