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Social Distancing के लिए रेलवे इंजीनियर ने बनाया ऐसा डिवाइस, 3 मीटर की दूरी न होने पर मचाने लगेगा शोर

locationनई दिल्लीPublished: Jul 10, 2020 11:52:00 am

Submitted by:

Ruchi Sharma

Highlights- लोगों से बार बार मुंह में मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) अपनाने के लिए कहा जा रहा है- इसी क्रम में रेलवे ( Indian Railway) ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) बनाए रखने के लिए एक अनोखा कदम उठाया है- रेलवे ने कोरोना वायरस महामारी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing in Railway) बनाए रखने के लिए एक क्रिएटिव डिवाइस बनाया है
 

Social Distancing के लिए रेलवे इंजीनियर ने बनाया ऐसा डिवाइस, 3 मीटर की दूरी न होने पर मचाने लगेगा शोर

Social Distancing के लिए रेलवे इंजीनियर ने बनाया ऐसा डिवाइस, 3 मीटर की दूरी न होने पर मचाने लगेगा शोर

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। भारत में कोरोना वायरस के आठ लाख (Coronavirus 8 Lakh case ) केस पहुंच चुके हैं। इसे लेकर अभी तक कोई वैक्सीन और दवा (coronavirus vaccine) सामने नहीं आई है। पर लोगों से बार बार मुंह में मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) अपनाने के लिए कहा जा रहा है।
इसी क्रम में रेलवे ( Indian Railway) ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) बनाए रखने के लिए एक अनोखा कदम उठाया है। रेलवे ने कोरोना वायरस महामारी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing in Railway) बनाए रखने के लिए एक क्रिएटिव डिवाइस बनाया है। इस डिवाइस के जरिए कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिलेगी और उसे फैलने से रोका जा सकता है। यह डिवाइस एक अलार्म सिस्टम (Alarm system) है। जिसे रेलवे कर्मचारियों ने मिलकर बनाया है।
जानिए, इस डिवाइस की खासियत


– यह डिवाइस लोगों को एक-दूसरे से कम से कम तीन मीटर की दूरी बनाए रखने के बारे में याद दिलाएगा।
– यह उपकरण किसी भी व्यक्ति की जेब या छोटे पर्स में आसानी से आ सकता है।
– इसे परिचय पत्र के साथ जोड़ा जा सकता है या कलाई घड़ी के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
– इसका वजन करीब 30 ग्राम है।
– यह उपकरण मनुष्य की मौजूदगी का पता लगाने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करता है, अगर दूसरे ने भी वही उपकरण अपने पास रखा हो।
– एक चार्जर की मदद से चार्ज किया जा सकता है।
– एक बार चार्ज होने पर यह 12 घंटे काम करेगा।
इन लोगों ने मिलकर बनाया डिवाइस

इस डिवाइस को दक्षिण रेलवे, त्रिवेंद्रम डिविजन के सीनियर डिविजनल सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर (Telecommunication engineer) आर. दिनेश ने अपने जूनियर इंजीनियर आर. निधीज के साथ इसको बनाया है। दिनेश ने कहा, ‘इसे ड्यूटी पर तैनात रेल कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।’
सोशल डिस्टेंसिंग बनाने तक बजेगा आलर्म

डिवाइस की खासियत बताते हुए दिनेश ने बताया कि ‘यह उपकरण लिए हुए दो या अधिक व्यक्ति अगर 2-3 मीटर की दूरी के भीतर आते हैं, तो यह उन्हें ध्वनि करके चेतावनी देगा। यह तब तक ध्वनि उत्पन्न करना जारी रखेगा जब तक कि उनके बीच तीन मीटर से अधिक सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बन जाता।’
बना चुके है रोबोट भी

उन्होंने कहा, ‘हमने एक प्रोटोटाइप विकसित किया है और इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। हम इसे बड़े पैमाने पर बनाने के लिए इसकी प्रौद्योगिकी अन्य जोन रेलवे को हस्तांतरित करने को तैयार हैं।’ यह उपकरण निधीज का नवीनतम अविष्कार है। उन्होंने एक रोबोट ‘रेलमित्र’ भी बनाया है जो दवा, भोजन, पानी कोविड-19 मरीजों को वितरित कर सकता है। यह रोबोट कोविड-19 संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ऐसे मरीजों द्वारा इस्तेमाल की हुई प्लेट, बोतल, मास्क भी एकत्रित कर सकता है।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर 8 लाख केस तक पहुंचने जा रहा है। देश में शुक्रवार सुबह तक करीब 7.95 लाख केस हो चुके हैं और कुछ ही घंटे में यह संख्या 8 लाख पार कर जाएगी।

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