मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने बताया कि देश में प्राइवेट ट्रेनों का संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के अंतर्गत किया जाएगा। इसके तहत देश के अलग-अलग हिस्सों में निजी ट्रेनें दौड़ेंगी। सरकार ने करीब 5 फीसदी ट्रेनों के निजीकरण का फैसला किया है। जबकि बाकी की 95 फीसदी ट्रेन भारतीय रेलवे की तरफ से चलाई जाएंगी।
वर्तमान समय में देश में दो तेजस और एक अन्य निजी ट्रेन चलाई जा रही है। इनका किराया एसी ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा है। साथ ही इनमें आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है। इनके और फ्लाइट्स के किराए में बहुत ज्यादा अंदर न होने की वजह से लोग प्लेन का टिकट लेना ज्यादा पसंद करते हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी निजी ट्रेनों के किराए में भी बदलाव करेगा। सूत्रों के मुताबिक नए रूटों पर चलाई जाने वाली ट्रेनों का किराया फ्लाइट्स की तुलना में काफी कम होगा। जिससे आम लोग आसानी से इसमें सफर कर पाएं।