दरअसल, मोदी सरकार ने कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए 24 मार्च से देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी। सरकार का मकसद था कि इन 21 दिनों में कोरोना पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन, लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में काफी इजाफा हुआ है। खासकर, निजामुद्दीन मरकज केस के कारण कोरोना की रफ्तार और तेज हो गई। संक्रमितों का आंकड़ा दोगुनी रफ्तार से बढ़ा, वहीं मरने वालों की संख्या में भी काफी तेजी है। खासकर, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा है। यहां लॉकडाउन के बावजूद यह खतरनाक वायरस रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1985 पहुंच चुका है, जबकि मरने वालों की संख्या 149 है। वहीं, दिल्ली की बात करें तो यहां कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1154 है और 24 लोगों की मौत हो चुकी है। तमिलनाडु में भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1043 पहुंच चुका है, जबकि 11 लोगों की मौत हो चुकी है। राजस्थान की बात करें तो यहां कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 804 है, जबकि मरने वालों की संख्या यहां कम है। राज्य में कोरोना से अब तक केवल तीन लोगों की मौत हुई है। सबके हैरानी की बात यह है कि लॉकडाउन के दौरान इन राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। ऐसे में अगर सरकार लॉकडाउन-2 की घोषणा करती है तो क्या इन आंकड़ों पर ब्रेक लगेगा या फिर अभी आंकड़े और बढ़ेंगे? अब एक नजर जरा राज्यों के आंकड़ों पर डालें…
आंध्र प्रदेश- 427
अंडमान निकोबार- 11
अरुणाचल प्रदेश- 1
असम- 29
बिहार- 64
चंडीगढ़- 21
छत्तीसगढ़- 31
दिल्ली- 1154
गोवा- 7
गुजरात- 516
हरियाणा- 185
हिमाचल प्रदेश- 32
जम्मू-कश्मीर- 245
झारखंड- 19
कर्नाटक- 232
केरल- 376
लद्दाख- 15
मध्य प्रदेश- 564
महाराष्ट्रा- 1985
मणिपुर- 2
मिजोरम- 1
ओडिशा- 54
पंजाब- 151
राजस्थान- 804
तमिलनाडु- 1043
तेलंगाना- 504
त्रिपुरा- 2
उत्तराखंड- 35
उत्तर प्रदेश- 483
वेस्ट बंगाल- 152
पुड्डुचेरी- 7
अंडमान निकोबार- 11
अरुणाचल प्रदेश- 1
असम- 29
बिहार- 64
चंडीगढ़- 21
छत्तीसगढ़- 31
दिल्ली- 1154
गोवा- 7
गुजरात- 516
हरियाणा- 185
हिमाचल प्रदेश- 32
जम्मू-कश्मीर- 245
झारखंड- 19
कर्नाटक- 232
केरल- 376
लद्दाख- 15
मध्य प्रदेश- 564
महाराष्ट्रा- 1985
मणिपुर- 2
मिजोरम- 1
ओडिशा- 54
पंजाब- 151
राजस्थान- 804
तमिलनाडु- 1043
तेलंगाना- 504
त्रिपुरा- 2
उत्तराखंड- 35
उत्तर प्रदेश- 483
वेस्ट बंगाल- 152
पुड्डुचेरी- 7