मौसम विभाग का अलर्टः जनमाष्टमी पर दिल्ली-एनसीआर समेत 10 राज्यों में जमकर बरसेंगे बदरा, 15 सितंबर तक सक्रिय रहेगा मानसून इसरो की नई उड़ानों पर एक नजर
– 7 महीने 19 स्पेस मिशन कंडक्ट करने का लक्ष्य
– 10 सैटलाइट और 9 लॉन्च व्हीकल रहेंगे शामिल
– 30 दिनों में 2 लॉन्चिंग करनी होगी
– 15 सितंबर को PSLV C42 मिशन की लॉन्चिंग से अभियान की शुरुआत
– नवंबर में वायु सेना के लिए मददगार GSAT-7A और GSAT-11 की लॉन्चिंग
– दिसंबर में PSLV C44 और GSAT-31 होंगे लॉन्च
– सभी मिशन सितंबर से मार्च के बीच में ही संपन्न होंगे
अक्टूबर से ‘बाहुबली’ की लॉन्चिंग
अक्टूबर महीने में इसरो की तरफ से ‘बाहुबली’ के नाम से जाने वाले GSLV MkIII-D2 की लॉन्चिंग की जाएगी। 4 टन की लिफ्टिंग क्षमता वाले इसरो के सबसे शक्तिशाली रॉकेट की लॉन्चिंग होगी।
– 7 महीने 19 स्पेस मिशन कंडक्ट करने का लक्ष्य
– 10 सैटलाइट और 9 लॉन्च व्हीकल रहेंगे शामिल
– 30 दिनों में 2 लॉन्चिंग करनी होगी
– 15 सितंबर को PSLV C42 मिशन की लॉन्चिंग से अभियान की शुरुआत
– नवंबर में वायु सेना के लिए मददगार GSAT-7A और GSAT-11 की लॉन्चिंग
– दिसंबर में PSLV C44 और GSAT-31 होंगे लॉन्च
– सभी मिशन सितंबर से मार्च के बीच में ही संपन्न होंगे
अक्टूबर से ‘बाहुबली’ की लॉन्चिंग
अक्टूबर महीने में इसरो की तरफ से ‘बाहुबली’ के नाम से जाने वाले GSLV MkIII-D2 की लॉन्चिंग की जाएगी। 4 टन की लिफ्टिंग क्षमता वाले इसरो के सबसे शक्तिशाली रॉकेट की लॉन्चिंग होगी।
चंद्रयान-2 मिशन पर रहेगी सबकी नजर
इसरो की अंतरिक्ष में कामयाब उड़ानों के इस काफीले में सबसे ज्यादा नजर रहेगी चंद्रयान-2 मिशन पर। इसरो नए साल का जश्न चंद्रयान-2 मिशन के साथ मनाएगा। इसकी लॉन्चिंग विंडो 3 जनवरी से 16 फरवरी तक रहेगी। खास बात यह है कि इजरायल भी उसी वक्त अपने चंद्रमा मिशन को लॉन्च करेगा। दोनों देशों के बीच इस बात की टक्कर रहेगी कि चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के मामले में रूस, अमरीका और चीन के बाद चौथा देश कौन बनेगा।
इसरो की अंतरिक्ष में कामयाब उड़ानों के इस काफीले में सबसे ज्यादा नजर रहेगी चंद्रयान-2 मिशन पर। इसरो नए साल का जश्न चंद्रयान-2 मिशन के साथ मनाएगा। इसकी लॉन्चिंग विंडो 3 जनवरी से 16 फरवरी तक रहेगी। खास बात यह है कि इजरायल भी उसी वक्त अपने चंद्रमा मिशन को लॉन्च करेगा। दोनों देशों के बीच इस बात की टक्कर रहेगी कि चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के मामले में रूस, अमरीका और चीन के बाद चौथा देश कौन बनेगा।
आपको बता दें कि अगले वर्ष 2019 में आम चुनाव भी होने हैं। ऐसे में मोदी सरकार की उपलब्धियों में इसरो की ये 19 उड़ाने बड़ा रोल अदा कर सकती हैं। खास बात यह है वर्ष 2019 में इसरो की 19 उड़ानें पूरी होंगी जो अच्छा इत्तेफाक है।