मंगलवार का दिन Chandrayaan-2 के लिए काफी महत्वपूर्ण
इसरो के वैज्ञानिकों के लिए भी चुनौती है 1 घंटे का समय
22 जुलाई को मिशन चांद के लिए रवाना हुआ था चंद्रयान-2
नई दिल्ली। दुनिया में इतिहास रचने वाले चंद्रयान 2 को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) के लिए मंगलवार का दिन अहम है। दरअसल चंद्रयान – 2 ( Chandrayaan 2 ), मंगलवार 20 अगस्त को चांद की कक्षा में प्रवेश करेगा। सुबह 8.30 से 9.30 बजे के बीच चंद्रयान-2 के लिए बड़ी चुनौती इंतजार कर रही है।
22 जुलाई को रवाना था हुआ था चंद्रयान-2 22 जुलाई को देश के लिए वो गर्व का पल था जब चंद्रयान 2 को श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से रॉकेट बाहुबली के जरिये प्रक्षेपित किया गया था।
इसके दो-तीन बाद ही चंद्रयान-2 ने तस्वीरें भेजना शुरू कर दी थीं। 14 अगस्त को ट्रांस लूनर में प्रवेश इससे पहले 14 अगस्त को चंद्रयान-2 को ट्रांस लूनर ऑर्बिट में डाला गया था।
चंद्रयान के ट्रांस लूनर में जाने का मतल है वह लंबी कक्षा में चक्कर लगाना शुरू कर चुका है। इन लंबे चक्करों के साथ चंद्रयान-2 तेजी से चांद के करीब पहुंच रहा है।
दरअसल चांद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति 65000 किमी रहती है। ऐसे में चंद्रयान-2 की गति को कम करना पड़ेगा। नहीं तो, चांद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के प्रभाव में आकर वह उससे टकरा भी सकता है।
गति कम करने के लिए चंद्रयान-2 के ऑनबोर्ड प्रोपल्शन सिस्टम को थोड़ी देर के लिए चालू किया जाएगा। इस दौरान एक छोटी सी चूक भी यान को अनियंत्रित कर सकती है। यह सिर्फ चंद्रयान-2 के लिए ही नहीं बल्कि वैज्ञानिकों के लिए भी परीक्षा की घड़ी होगी।
आपको बता दें कि 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा।