सुरक्षा एजेंसियों ने प्लान को किया था फेल
रिपोर्ट के मुताबिक तांत्रे अपने साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने 2003 में उसे गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक तांत्रे अपने साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने 2003 में उसे गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए थे।
17 सालों से आतंकी गतिविधियों में था लिप्त
सवा तीन फुट की लम्बाई का नूर मोहम्मद पिछले 17 वर्षों से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था जिसे 2003 में दिल्ली में आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 2015 में पैरोल पर छूटकर बाहर आया और घर से गायब होकर पांच महीने पहले ही जैश-ए-मोहम्मद में सक्रिय हो गया।
सवा तीन फुट की लम्बाई का नूर मोहम्मद पिछले 17 वर्षों से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था जिसे 2003 में दिल्ली में आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 2015 में पैरोल पर छूटकर बाहर आया और घर से गायब होकर पांच महीने पहले ही जैश-ए-मोहम्मद में सक्रिय हो गया।
10 लाख का इनामी था नूर मोहम्मद
नूर मोहम्मद कई बड़ी आतंकी घटनाओं में शामिल रहा था और इस वजह से उसे जैश-ए-मोहम्मद का डिवीजनल कमांडर बनाया गया था। सुरक्षाबलों के मुताबिक वह इतना खतरनाक था कि उसे डबल ए श्रेणी का आतंकी घोषित किया गया था और उसे जिंदा या मुर्दा पकड़े जाने पर 10 लाख की ईनामी राशि की घोषणा की गई थी।
नूर मोहम्मद कई बड़ी आतंकी घटनाओं में शामिल रहा था और इस वजह से उसे जैश-ए-मोहम्मद का डिवीजनल कमांडर बनाया गया था। सुरक्षाबलों के मुताबिक वह इतना खतरनाक था कि उसे डबल ए श्रेणी का आतंकी घोषित किया गया था और उसे जिंदा या मुर्दा पकड़े जाने पर 10 लाख की ईनामी राशि की घोषणा की गई थी।
बड़ी वारदतों का छोटा आतंकी
इस सितंबर जम्मू-कश्मीर राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री नईम अख्तर के काफिले पर ग्रेनेड हमले की साजिश इसी ने रची थी। इस हमले में 2 नागरिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी और 30 अन्य घायल हुए थे। इसके बाद अक्टूबर में श्रीनगर हवाई अड्डे के समीप स्थित बीएसएफ कैंप में इसने तीन विदेशी आत्मघाती हमलावरों को भेजा था। तीनों आतंकियों को मार दिया गया था,हांलाकि एक जवान शहीद हो गया था।
इस सितंबर जम्मू-कश्मीर राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री नईम अख्तर के काफिले पर ग्रेनेड हमले की साजिश इसी ने रची थी। इस हमले में 2 नागरिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी और 30 अन्य घायल हुए थे। इसके बाद अक्टूबर में श्रीनगर हवाई अड्डे के समीप स्थित बीएसएफ कैंप में इसने तीन विदेशी आत्मघाती हमलावरों को भेजा था। तीनों आतंकियों को मार दिया गया था,हांलाकि एक जवान शहीद हो गया था।