भारतीय रेलवे ने दी सबसे बड़ी खुशखबरी, कल से यात्री ट्रेन सेवा शुरू लेकिन पूरी करनी होंगी कई शर्तें विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में एक लिखित आधिकारिक बयान जारी किया है। इसके मुताबिक, “छात्रों को जम्मू-कश्मीर भेजने से पहले यात्रा के दौरान उनके स्वास्थ्य की देखरेख, भोजन, पेयजल आदि की सभी व्यवस्थाएं भी की गईं।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बस में सोशल डिस्टेंसिंग ( Social distencing ) की भी व्यवस्था की गई है।”
जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिखा, “दरअसल कोरोना वायरस और लॉक डाउन के कारण विश्वविद्यालय में सभी प्रकार की गतिविधियां स्थगित कर दी गई हैं और छात्र-छात्राएं वापस अपने घरों को लौटना चाहते थे। विश्वविद्यालय की कक्षाएं नियमित छात्रों के लिए अगस्त से दोबारा शुरू की जाएंगी। इसे देखते हुए सभी छात्र-छात्राओं ने अपने घरों को वापस जाने की इच्छा जताई थी।”
बीते सप्ताह स्वयं जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन भी छात्रों को हॉस्टल खाली करने के निर्देश दे चुका था। जामिया के रजिस्ट्रार एपी सिद्धकी ने एक पत्र जारी करते हुए कहा, “जो विद्यार्थी हॉस्टल में रह गए थे उन्हे अब हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया जाता है। विश्वविद्यालय के आसपास का क्षेत्र पहले ही हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुका है। ऐसे में विश्वविद्यालय द्वारा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना कठिन होगा।”
17 मई खत्म हो जाएगा लॉकडाउन! आज मुख्यमंत्रियों संग पीएम मोदी करेंगे बैठक जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को निर्देश देते हुए कहा है कि सरकार द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइंस का पालन करते हुए छात्र अपने घरों को जा सकते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक छात्रों के लिए सरकार की नई गाइडलाइंस में ट्रांसपोर्ट और ट्रैवल प्रोटोकॉल है। गौरतलब है कि लॉकडाउन घोषित किए जाने के कारण कई छात्र अपने घर नहीं जा सके थे और हॉस्टल में ही रुके हुए हैं।