एक सीनियर पुलिस ऑफिसर का कहना है कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक टीम जामिया मिलिया इस्लामिया कैंपस पहुंची और पूछताछ के लिए छात्रों को नोटिस थमाए। बताया जा रहा है कि जिन छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है, उनमें कुछ ऐसे भी छात्र हैं, जिन्हें घटना की रात हिरासत में लिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछताछ के लिए जिन छात्रों को बुलाया गया है इनमें वे भी शामिल हैं जिनकी पहचान हाल ही में सामने आए सीसीटीवी के वीडियो क्लिप्स के जरिए की गई है। इसके अलावा कुछ ऐसे छात्र भी हैं जो घटना के दिन घायल हुए थे। बताया जा रहा है कि अपराध शाखा के पुलिस आयुक्त राजेश देव के नेतृत्व में टीम के कुछ सदस्य मंगलवार को जामिया परिसर गए थे। टीम के सदस्यों ने एक छात्र मोहम्मद मिनहाजुद्दीन से भी बात की थी। गौरतलब है कि पुलिस कार्रवाई में मिनहाजुद्दीन की एक आंख की रोशनी भी चली गई थी।
यहां आपको बताते चलें कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 पारित होने के तुरंत बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया। विरोध में निकाला गया मार्च जल्द ही हिंसक प्रदर्शन में तब्दील हो गया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने स्टूडेंट्स पर जमकर लाठी चलाई। उस समय पुलिस पर आरोप लगा कि जामिया की लाइब्रेरी में बैठे स्टूडेंट्स के साथ बर्बरता की गई. साथ ही पुलिस पर लाइब्रेरी में घुसकर तोड़फोड़ का आरोप भी लगाया गया। फिलहाल, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।