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जम्मू-कश्मीर: तीन साल में 12 पुलिसकर्मियों ने आतंकियों से मिलाया हाथ

locationनई दिल्लीPublished: Oct 08, 2018 08:47:26 am

Submitted by:

Shivani Singh

रिपोर्ट के मुताबिक 12 पुलिसकर्मी करीब 30 हथियारों के साथ भाग चुके हैं।

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जम्मू-कश्मीर: तीन साल में 12 पुलिसकर्मियों ने आतंकियों से मिलाया हाथ

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सेना आतंकियों का सफाया करने में लगी है। रोजाना आतंकियों के पकड़े और मारे जाने की ख़बरें सामने आ रही हैं। लेकिन इन सब के बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस से जुड़ी ऐसी ख़बर सामने आई है, जो हैरान करने वाली है। घाटी में पुलिसकर्मियों द्वारा पुलिस की नौकरी छोड़कर आतंकवादियों के साथ जाने की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसे लेकर पुलिस विभाग की चिंताएं बढ़ गई हैं।

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अब तक 12 पुलिसकर्मी आतंकियों से मिला चुकें हैं हाथ

आपको बता दें कि पिछले तीन साल में लगभग 12 पुलिसकर्मी करीब 30 हथियारों के साथ भाग चुके हैं। अभी हाल ही में स्पेशल पुलिस अधिकारी आदिल बारीश कश्मीर की वाची विधानसभा से पीडीपी विधायक एजाज मीर के आधिकारिक आवास से 8 हथियार लेकर भागा था। इस हथियारों में 7 एके47 राइफलें और एक पिस्टल थी। इसके बाद पुलिसकर्मियों के आतंकियों के साथ मिलने की घटनाओं के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक आंतकरिक रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट के मुताबिक 12 पुलिसकर्मी और 2 सैन्यकर्मी आतंकियों में शामिल हो चुके हैं। वहीं, ये लोग अपने साथ करीब 30 हथियार लेकर भागने में भी सफल रहे थे।

पुलिसकर्मी आतंकियों को पहुंचाता था खाना-पीना

पांच अक्टूबर को भी एक पुलिस कर्मी के आतंकियों के साथ मिलने की ख़बर आई थी। 29 वर्षीय एक बीएसएफ कॉन्सटेबल शकीर वानी को हिजबुल मुजाहिदीन के साथ कथित संबंध के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जम्मू-कश्मीर पुसिल का दावा है कि वानी हिजबूल मुजाहिदीन का काफी करीबी कार्यकर्ता था। वह आतंकियों को खाने-पीन का सामान पहुंचाता था। यही नहीं उसे मिलिटेंट रैंक के लिए युवाओं की भर्ती कराने की जिम्मेदारी भी दी गई थी। इन मामलों को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने काफी गंभीर बताया है।

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अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाते पुलिकर्मी

इस संबंध में सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पुलिसकर्मियों का आतंकियों के साथ मिलने की वजह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाना है। पुलिसकर्मियों को अपनी भावनाओं को अपने प्रफेशन से दूर रखने में मुश्किल हो रही है। खासकर जब कई बार वह व्यक्तिगत रूप से उस स्थिति का सामना कर चुका हो। उन्होंने कहा कि भले ही जमीन पर इस समय पुलिस बनाम मिलिटेंट दिख रहा है, लेकिन पुलिसकर्मियों को भीतर भी एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।’

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