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बडगाम चॉपर क्रैश के शहीदों का अंतिम संस्कार: कहीं बेटी ने चूमा ताबूत, तो कहीं पत्नी ने दिया कंधा

locationनई दिल्लीPublished: Mar 01, 2019 07:53:59 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

26 फरवरी को जम्मू कश्मीर के बडगाम में क्रैश हुआ था चॉपर
हादसे में दो पायलट समेत 7 लोगों की हुई थी मौत
इसी हादसे के बाद क्रैश हुआ था विंग कमांडर अभिनंद का मिग-21

Badgam Plane Crash

बड़गाम प्लेन क्रैश के शहीदों का अंतिम संस्कार: कहीं बेटी ने चूमा ताबूत, तो कहीं पत्नी ने दिया कंधा

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के बडगाम में बुधवार को क्रैश हुए एमआई-17 चॉपर के दो पायलटों का आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चंडीगढ़ में जहां स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ को हजारों नम आंखों ने अंतिम विदाई दी, तो महाराष्ट्र के नासिक में स्क्वाड्रन लीडर निनाद मंडावगने की दो वर्षीय बेटी निया ने उनके ताबूत को चूम कर अलविदा कहा।

बेटी ने ताबूत चूमकर पिता को किया विदा

भारतीय वायुसेना के पायलट शहीद स्क्वाड्रन लीडर निनाद मंडावगने का अंतिम संस्कार शुरू होते ही ‘भारत माता की जय’ और ‘शहीद निनाद अमर रहे’ के नारे गुंजने लगे। निनाद की दो साल की बेटी निया ने उनके ताबूत को अपनी मां विजेता की तरह चूमा, इस दौरान विजेता के चाचा नीरव और दादा-दादी उनके पास उदास खड़े थे।

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शहीद की पत्नी ने कहा था- ‘हम युद्ध नहीं चाहते

इससे पहले शहीद की पत्नी विजेता ने सोशल मीडिया ‘योद्धाओं’ से संयम बरतने और भावनाओं को न भड़काने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा, ‘हम युद्ध नहीं चाहते। आप युद्ध के नुकसान नहीं जानते। हम और निनाद नहीं चाहते। सोशल मीडिया योद्धाओं, कृपया रुक जाओ। अगर आप युद्ध चाहते हैं तो सामने जाओ।’ निनाद नक्सलियों के खिलाफ छेड़े गए ऑपरेशन त्रिवेणी में भी शामिल थे।

पत्नी ने कंधा देकर शहीद को किया विदा

वहीं शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की पत्नी स्कवाड्रन लीडर आरती वशिष्ठ ने पति को कंधा देकर विदा दिया। शव यात्रा निकलने से पहले आरती पार्थिव देह से लिपट कर रोने लगी थीं। सिद्धार्थ के पिता जगदीश वशिष्ठ ने भारी मन से अपने कलेजे के लाल 31 साल के शहीद बेटे को मुखाग्नि दी। सिद्धार्थ को 2018 में केरल में आई बाढ़ के दौरान रेस्क्यू अभियान के दौरान सिद्धार्थ वशिष्ठ ने अहम भूमिका निभाई थी।

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