भारत में बुलेट ट्रेन के लिए जापान देगा एक हजार अरब का लोन
Published: Oct 23, 2015 09:36:00 am
इसकी ब्याज दर एक फीसदी से भी कम होगी, जापान को अहमदाबाद से मुंबई को जोड़ने वाली 505 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर की स्टडी के लिए चुना गया है
नई दिल्ली। जापान भारत को पहली बुलेट ट्रेन के लिए 15 बिलियन डॉलर यानि लगभग एक हजार अरब रूपये का लोन देगा। इसकी ब्याज दर एक फीसदी से भी कम होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि जापान अपने इस कदम से चीन पर बाजी मार ले जाना चाहता है जो दुनिया के चौथे सबसे बड़े नेटवर्क की परियोजनाओं के लिए निविदा कर रहा है। जापान को अहमदाबाद से मुंबई को जोड़ने वाली 505 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर की स्टडी के लिए चुना गया है। इस कॉरिडोर के निर्माण और सप्लाई की परियोजना के लिए निविदा निकाली जाएगी लेकिन फाइनेंस करने के प्रस्ताव से जापान इस दौड़ में सबसे आगे है।
जापान ने मुंबई-अहमदाबाद प्रॉजेक्ट का 80 फीसदी खर्च उठाने का ऑफर दिया है। जापान ने शर्त रखी है कि भारत को कोच और लोकोमॉटिव्स समेत 30 फीसदी उपकरण की खरीदारी जापान से करनी होगी। पिछले महीने चीन को दिल्ली और मुंबई के बीच 1200 किमी लंबे मार्ग पर हाई स्पीड ट्रेन चलने की संभावनाओं की स्टडी करने का कॉन्ट्रेक्ट मिला था लेकिन इसके लिए अब तक कोई लोन ऑफर नहीं हुआ है।
भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल का कहना है कि हाई स्पीड ट्रेन के लिए कई ऑफर आए हैं लेकिन तकनीक और फंड दोनों को देखा जाए तो केवल एक ऑफर है और वो जापान ने दिया है। दिल्ली-मुंबई और मुंबई-अहमदाबाद रूट 10 हजार किलोमीटर लंबे डायमंड चतुर्भज रेलमार्ग के हिस्सा है जो देश के चारों म हानगरों को जोड़ेगा। मुंबई-अहमदाबाद रूट के फिजिबिलिटी सर्वे में जापानी एजेंसी ने बताया था कि बुलेट ट्रेन से सात घंटे का सफर घटकर दो घंटे का रह जाएगा। इ स रूट पर 11 नई सुरंगे बनानी होगी जिसमें एक समुद्र के नीचे भी होगी।