जानकारी के मुताबिक, राज्य में अब तक 153 मरीज संदिग्ध पाए गए हैं। सभी 153 मरीजों के सैंपल लिए जा चुके हैं और उनमेें 137 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि, बचे 16 लोगों की जांच रिपोर्ट अभी आनी है। वहीं, कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले से पूरी तैयारियां कर रखी है। कोरोना से निपटने के लिए झारखंड सरकार कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम का अधिग्रहण किया है। इसके अलावा कुछ नर्सिंग होम को भी अधिगृहित करने की योजना बना रही है।
अब तक राज्य के 3 मेडिकल कॉलेज में 96 बेड कोरोना वायरस संक्रमण के लोगों के लिए रखे गया है। वहीं, जिला अस्पतालों में 200 बेड और निजी अस्पतालों में 271 बेड कोरोना आइसोलेशन वार्ड में सुरक्षित रखे गए हैं। इसके अलावा 1469 बेड को क्वारंटाइन सेंटर के लिए चिन्हित किया गया है।
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला स्तर पर सर्विलांस टीम का गठन किया जा चुका है। राज्य में अब तक 34 सर्विलांस टीम बनाई गई है। इसके अलावा बाहर से लौटे यात्रियों और उनके परिवार पर कड़ी नजर रखी जा रही है। विदेश से लौटे 837 यात्री स्वास्थ्य विभाग के सर्विलांस में आइसोलेशन पर हैं। इधर, रिम्स के निदेशक का कहना है कि ट्रामा सेंटर को कोविड- 19 ब्लॉक बनाया गया है। यहां 100 बेड की सुविधा है, जो अत्याधुनिक संसाधनों से लैस होंगी। यहां आपको बता दें कि महाराष्ट्र और केरल में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज हैं। आलम ये है कि ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।