एनसीडब्ल्यू के अनुसार, कोमल ने आरोप लगाया है कि एक मीडिया हाउस ने उन्हें गलत तरीके से फंसाया है। एनसीडब्ल्यू ने यह भी कहा कि शर्मा की शिकायत के अनुसार, जेएनयू हिंसा के हमलावरों के तौर पर उनकी पहचान कर और उनका नाम खोलकर उनका अपमान किया है। शर्मा ने एनसीडब्ल्यू को बताया है कि पूरे मामले में उन्हें गलत तरीके से घसीटा गया और उस मीडिया हाउस ने इस कथित मामले में उनकी पुष्टि या स्पष्टीकरण लेने के लिए उनसे कभी संपर्क नहीं किया। कोमल ने एनसीडब्ल्यू से मामले की जांच का आग्रह किया है।
इस पूरे मामले पर एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि उन्होंने कोमल शर्मा के नाम से पहचानी गई नकाबपोश महिला को फोन किया था, लेकिन उनका नंबर ऑफ जा रहा था। उन्होंने कहा कि जांच के लिए उन्हें एक नोटिस भेज दिया गया है। गौरतलब है कि पुलिस ने अबतक नौ आरोपियों को नोटिस भेजकर उन्हें जेएनयू हिंसा मामले की जांच में शामिल होने के लिए कहा है। नौ संदिग्धों में से सात संदिग्ध वाम संगठनों से हैं।
वहीं, सात अन्य आरोपी में तीन आरोपी जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष, भास्कर विजय और पंकज सोमवार को जांच में शामिल हुए। पुलिस ने कहा कि एबीवीपी के अन्य कथित सदस्य अक्षत अवस्थी और रोहित शाह ने जांच में शामिल होने से इंकार कर दिया है। यहां आपको बता दें कि पुलिस ने हिंसा में शामिल 37 और लोगों को भी नोटिस भेजने का निर्णय लिया है। जेएनयू हिंसा में कुल 20 लोग घायल हुए थे।