scriptJNUSU अध्यक्ष आइशी ने की कुलपति को हटाने की मांग, ABVP-RSS को ठहराया जिम्मेदार | JNUSU President Aishe Ghosh want removal of VC and says RSS, ABVP responsible | Patrika News

JNUSU अध्यक्ष आइशी ने की कुलपति को हटाने की मांग, ABVP-RSS को ठहराया जिम्मेदार

locationनई दिल्लीPublished: Jan 06, 2020 08:41:45 pm

कई दिन से आरएसएस-एबीवीपी का कैंपस में हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप।
सोमवार को एम्स से डिस्चार्ज किए गए सभी घायल 34 छात्र-छात्राएं।
देशभर में जेएनयू हिंसा के विरोध में सड़कों पर आए छात्र-राजनेता।

jnusu president aishe ghosh
नई दिल्ली। राजधानी स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार शाम को हुई हिंसा में घायल छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष ने सोमवार को मीडिया के सामने बयान दिया। घोष ने इस हमले के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को जिम्मेदार ठहराते हुए जेएनयू के कुलपति को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की।
अभी-अभी जेएनयू हिंसा पर इस मुख्यमंत्री ने दे दिया ऐसा बयान, मच गया बवाल

जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष ने सोमवार को कहा, “हम इसकी निंदा करते हैं और हमारी मांग है कि कुलपति को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।”
https://twitter.com/hashtag/Delhi?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
घोष ने आगे कहा, “कल की घटना आरएसएस और एबीवीपी के गुंडों द्वारा किया गया एक सुनियोजित हमला था। बीते 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े कुछ प्रोफेसरों और एबीवीपी द्वारा कैंपस में हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा था।”
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया, “छात्रों के ऊपर इस्तेमाल की गई हर लोहे की रॉड का जवाब चर्चा और बहस से दिया जाएगा। जेएनयू की संस्कृति कभी भी नहीं मिटेगी। जेएनयू अपनी लोकतांत्रिक संस्कृति को बनाए रखेगा।”
जेएनयू हमले के बाद सोनिया गांधी ने किया बड़ा खुलासा, प्रायोजित हिंसा के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार

गौरतलब है कि रविवार शाम को जेएनयू के भीतर कुछ नकाबपोश लोग घुस गए थे और उन्होंने छात्रों और कुछ प्रोफेसरों पर लाठी-डंडों-रॉड से हमला कर दिया था। इस हमले में जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) अध्यक्ष ऐशे घोष समेत 30 से ज्यादा छात्र-छात्राएं घायल हो गए थे और उन्हें इलाज के लिए एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
https://twitter.com/ANI/status/1214160573438410753?ref_src=twsrc%5Etfw
इस घटना के बाद जेएनयू प्रशासन और तमाम राजनेताओं ने छात्रों पर हुए इस हमले की निंदा की थी और पुलिस से घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जेएनयू हिंसा पर दिग्गज कांग्रेसी नेता का खुलासा, दिल्ली पुलिस-एलजी-गृह मंत्रालय की निगरानी में हुआ हमला

सभी घायल छात्र किए गए डिस्चार्ज

जेएनयू हिंसा में रविवार शाम को घायल हुए 34 छात्रों को जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था। सोमवार को इन सभी छात्रों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो