5 साल से ‘चमत्कार’ की आस में हैं आसाराम के समर्थक फैसले के दिन आसाराम के समर्थक किसी चमत्कार की उम्मीद लगाए जरूर बैठे हैं। वैसे तो आसाराम बापू को भी उनके समर्थक चमत्कारी बताते हैं, लेकिन ऐसा कोई चमत्कार पिछले 5 सालों के अंदर देखने को तो नहीं मिला है। आसाराम को अगस्त 2013 में गिरफ्तार किया गया था और तब से लेकर आज तक वो जेल से बाहर नहीं आ पाए हैं। आसाराम बापू एक बार जेल के अंदर गए और फिर उसके बाद से बाहर नहीं आ पाए। इन पांच सालों में आसाराम के समर्थक सिर्फ चमत्कार का इंतजार करते ही रहे गए। इस बीच एक बार फिर से आसाराम के समर्थक 17 अप्रैल को सुनाए जाने वाले फैसले को लेकर किसी चमत्कार की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
आरोपियों की तरह ही दिखता है आसाराम का व्यवहार आपको बता दें कि आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को इंदौर से गिरफ्तार किया था। एक बार गिरफ्तारी के बाद से वो ऐसे जेल में गए कि फिर कभी बाहर ही नहीं आ सके। जमानत की अर्जियां तो कई बार दाखिल हुईं, लेकिन कभी गवाहों की मौत तो कभी पीड़ितों को धमकाये जाने की शिकायतों के चलते फौरन खारिज भी हो जाती रहीं। आसाराम को चमत्कारी कहने वाले उनके समर्थकों ने पांच सालों में कोई चमत्कार नहीं देखा है, बल्कि आसाराम को अन्य आरोपियों की तरह ही डरते हुए और रोते हुए देखा है। जब भी सुनवाई पर कोर्ट लाया गया, आसाराम की शिकायतें भी बाकी अपराधियों से कुछ अलग नहीं सामने आयीं। वही अदा, वही गुजारिशें और वही रोना – मैं तो बेकसूर हूं।
हमसे तो कोई मिलने भी नहीं आता! आपको ये भी बता दें कि सलमान खान को 2 दिन के लिए जोधपुर सेंट्रल जेल में ही रखा गया था और आसाराम की साथ वाली बैरक नंबर दो में ही सलमान को रखा गया था। इन 2 दिनों में आसाराम बापू को सलमान में चिढ़ जरूर हो गई। दरअसल, 2 दिनों के अंदर सलमान खान से मिलने के लिए लोगों को तांता लगा रहा था। आसाराम बापू के मन में भी ये बात आई कि पांच साल में हमसे मिलने तो कोई नहीं आया।
2013 में शाहजहांपुर की 16 साल की एक लड़की ने आसाराम पर उनके ही जोधपुर आश्रम में बलात्कार का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें अगस्त 2013 में गिरफ्तार किया गया था।