राम मंदिर निर्माण को लेकर साध्वी प्राची का बड़ा बयान, 6 दिसंबर को होगा शिलान्यास
एक कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस चेलमेश्वर ने कही यह बात
आपको बता दें कि जस्टिस चेलमेश्वर ने ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस की एक परिचर्चा सत्र के दौरान ये बातें कही। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद भी सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बना सकती है। जस्टिस चेलमेश्वर ने आगे कहा कि विधायी प्रक्रिया की ओर से अदालती फैसलों में अवरोध पैदा करने के कई उदाहरण पहले भी रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार संसद में राम मंदिर के लिए कानून पारित कर सकती है। बता दें कि जस्टिस चेलमेश्वर से दो सवाल पूछे गए- पहला यह कि क्या उनसे पूछा गया कि क्या कानूनी तौर पर यह हो सकता है (या नहीं) और दूसरा यह है कि यह होगा (या नहीं)? इस पर उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि पहले भी इस तरह के कई मामले हो चुके हैं। चेलमेश्वर ने कावेरी जल विवाद का उदाहरण देते हुए कहा कि कर्नाटक विधानसभा ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पलट दिया और कानून बनाया। उन्होंने कहा कि देश को इस मामले में बहुत पहले ही सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए था। हालांकि अब यह संभव है क्योंकि हमने पहले इस तरह के मामलों पर रोक नहीं लगाई है।