scriptबच्चों की लाश पर न करें राजनीति, संसद में चाइल्ड रेप पर क्यों नहीं होती चर्चा : कैलाश सत्यार्थी | Kailash Satyarthi says Raise voice against child rape | Patrika News

बच्चों की लाश पर न करें राजनीति, संसद में चाइल्ड रेप पर क्यों नहीं होती चर्चा : कैलाश सत्यार्थी

Published: Apr 17, 2018 05:52:58 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

बच्चों के साथ अपराध पर राजनेताओं के रूख की कड़ी आलोचना करते हुए सत्यार्थी ने अफसोस जताया कि आज तक देश की संसद में इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई।

Kailash Satyarthi
नई दिल्ली। देश में बच्चों के साथ बढ़ती यौन हिंसा की घटनाएं अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि के लिए अच्छी नहीं हैं। खुद यूएन ने भी चिंता जताई है। नोबल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने भी बच्चों के साथ दुष्कर्म और यौन अपराध पर चिंता जताई और कहा कि इन घटनाओं से ‘राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति’ पैदा हो गई है।
ये भी पढ़ें: प्रवीण तोगड़िया का मोदी पर निशाना, अयोध्या में बाबरी मस्जिद बनाने के लिए बने हैं प्रधानमंत्री?

बच्चों की लाश पर न करें राजनीति
कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि संसद के आगामी सत्र में इस मुद्दे पर चर्चा कराकर इस समस्या से निपटने के लिए समयबद्ध राष्ट्रीय कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए। सत्यार्थी ने कैलाश सत्यार्थी ने चिल्ड्रन फाउंडेशन की ओर से यहां देश में बच्चों की सुरक्षा में खामियों पर आयोजित एक संगोष्ठी में अपने संबोधन में राजनीतिक दलों से कहा कि वे बच्चों के शवों को ‘राजनीतिक युद्ध’ का मैदान न बनाएं।
ये भी पढ़े- जब आसाराम ने नर्स से कहा, तुम तो खुद मक्खन जैसी हो, खाने में मक्खन क्यों लाई हो?

बच्चों के मुद्दे पर संसद गंभीर नहीं
बच्चों के साथ अपराध पर राजनेताओं के रूख की कड़ी आलोचना करते हुए सत्यार्थी ने अफसोस जताया कि आज तक देश की संसद में इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। उन्होंने इस बात पर चिंता जतायी कि देश में यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा सम्बन्धी कानून (पाक्सो) के तहत एक लाख मामले लंबित हैं और कहा कि बच्चों के यौन शोषण मामलों के त्वरित निपटारे के लिए राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की तर्ज पर राष्ट्रीय बाल न्यायाधिकण गठित किया जाना चाहिए।
हर जिले में बने अलग न्यायालय
सत्यार्थी ने इन मामलों के त्वरित सुनवाई के लिए हर जिले में अलग से एक न्यायालय की भी मांग की जिनमें संवेदनशील और प्रशिक्षित अधिकारियों को तैनात किया जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो