नई दिल्ली।
रॉ के पूर्व अधिकारी ने दावा किया है कि
कंधार प्लेन हाईजैक के बाद रिहा किए गए तीन बड़े आतंकियों में से एक
मौलाना मसूद अजहर को
मुल्ला अख्तर मंसूर अपने साथ ले गया था। मुल्ला अख्तर मंसूर को मुल्ला उमर की मौत के बाद आतंकी संगठन
तालिबान का नया चीफ बनाया गया था। आपको बता दें कि दिसंबर 1991 में भारत के प्लेन आईसी-814 को हाईजैक करके अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था और इसको छुड़ाने के लिए भारत को तीन बड़े आतंकी रिहा करने पड़े थे।
रॉ के पूर्व अफसर आनंद अर्णी ने कहा कि जब आतंकियों को रिहा किया गया, तब मुल्ला अख्तर अजहर को लेने के लिए खुद अपनी कार में आया था। अजहर के साथ मुश्ताक अहमद जरगर और उमर सईद शेख को भी हिरा किया गया था। हालांकि ये दोनों उस किसके साथ और कहां गए यह पता नहीं चला था। रॉ के पूर्व अफसर आनंद अर्णी उस टीम में शामिल थे जो आतंकियों से बातचीत के लिए कंधार गई थी।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में आनंद ने बताया कि मंसूर उस दिन कंधार एयरपोर्ट पर मौजूद था। वह आंखों पर काला चश्मा लगाए अपनी कार में बैठा था। जैसे ही मसूद अजहर को रिहा किया गया, मंसूर ने आगे बढ़कर अजहर को गले लगाया जैसे उनको पुरानी दोस्ती हो। इसके बाद मसूद मंसूर की कार में जाकर बैठ गया। यह साफ हो गया कि मसूद अजहर उनके लिए वीवीआईपी था।