भारत ने सन 1970 और 1990 के दशक में छिपकर अपने परमाणु शस्त्रागार का परीक्षण किया था और सीआईए तक को इसकी भनक नहीं लग पाई थी। आज भी इसे सीआईए की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक माना जाता है। भारत की अन्य सरकारी संगठनों और संस्थाओं की तरह, जाति या धर्म के आधार पर भारत सेना में आरक्षण के लिए कोई प्रावधान नहीं है। यहाँ सैनिकों की भर्ती उनके समग्र योग्यता, कड़े परीक्षण और फिटनेस के आधार पर होती है। कोई भी भारतीय नागरिक अगर एक बार सेना में भर्ती हो जाता है, तो वो सैनिक कहलाता है न कि धर्म विशेष से जुड़ा व्यक्ति।
देश की ना केवल वाह्य-आतंरिक सुरक्षा वरन प्राकृतिक आपदाओं में भी सेना के सराहनीय कार्यों का दुनिया में कोई सानी नहीं। महत्वपूर्ण है कि 13 लाख से ज्यादा सक्रिय सैनिकों के साथ भारतीय सेना दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना है। भारतीय फौज ने 1947, 65, 71 और 1999 में पाकिस्तान से लड़ाई लड़ी और सभी में फतह हासिल की। हालाँकि 1962 में चीन के खिलाफ भारत को हार झेलनी पड़ी लेकिन इस युद्ध में भी भारतीय सेना की बहादुरी की पूरी दुनिया में आज भी चर्चा होती है।