राहत शिविर पहुंचे रेवन्ना के साथ जेडी(एस) के विधायक एटी रामास्वामी भी नजर आ रहे हैं, जो अर्कलगुडु तालुक से हैं। जैसे ही यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई और इसके बाद टीवी चैनलों पर चलती नजर आई, दर्शकों ने रेवन्ना की इस हरकत को संवेदनहीन बताया।
वरिष्ठ भाजपा नेता एस सुरेश कुमार ने रेवन्ना की इस हरकत की कड़ी निंदा करते हुए फेसबुक पोस्ट के जरिये पूछा, “डियर पब्लिक वर्क्स मिनिस्टर, बिस्कुट फेंकना (बाढ़ पीड़ितों पर) सार्वजनिक कार्य नहीं है… बिस्कुट फेंकना केवल अहंकारी और असभ्य व्यवहार है…”
वहीं, अपने भाई रेवन्ना के बचाव में आगे आए कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा, “मैंने देखा कि यह मुद्दा टेलीविजन पर भी आ गया, इसे अन्यथा न लें। मैंने इसकी जांच की… तो जब वो बिस्कुट बांट रहे थे, वहां पर काफी भारी संख्या में लोग थे और हिलने-डुलने की बिल्कुल भी जगह नहीं थी।”
दूसरी तरफ रेवन्ना ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्हें गलत रूप में दिखाया गया है। उनका कहना है कि अगर उन्होंने किसी ओर से भी बिस्कुट बांटने के लिए कहा होता, तो यह मुद्दा उठता ही नहीं। मंत्री के बेटे प्रज्वल रेवन्ना ने कहा कि उनके पिता दयालु व्यक्ति हैं और वो राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों की मदद करना चाहते थे।