scriptMotivational: चरवाहे ने भेड़ बेचकर बना डाले 16 तालाब, पीएम मोदी भी हुए मुरीद | Karnataka Lake Man’s watershed moment –PM’s praise | Patrika News

Motivational: चरवाहे ने भेड़ बेचकर बना डाले 16 तालाब, पीएम मोदी भी हुए मुरीद

Published: Dec 22, 2020 10:07:47 pm

Submitted by:

Vivhav Shukla

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक कलमने का गांव बेंगलुरू से 120 किलोमीटर दूर है। वे अपने जीवन में कभी स्कूल नहीं गए। उन्होंने अपने पूरे जीवन में केवल भेड़ चराई है।

karnataka_lake_man.jpg

Karnataka Lake Man

नई दिल्ली। कुछ लोग पर्यावरण के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा देते हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं कलमने कामेगैड़ा। 72 साल कलमने कर्नाटक के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं और वे पेशे से चरवाहा है। वे पिछले साल 4 दशक में अपने पैसों से 16 तालाब बनवा चुके है।

Motivational: महज 32 साल की उम्र में दुनिया छोड़ गए गणितज्ञ रामानुजन ने कई कीर्तिमान बनाए

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक कलमने का गांव बेंगलुरू से 120 किलोमीटर दूर है। वे अपने जीवन में कभी स्कूल नहीं गए। उन्होंने अपने पूरे जीवन में केवल भेड़ चराई है। इन्हीं भेड़ों के दमपर उन्होंने 16 तालाब भी बनाए हैं। इन तालाब को बनवाने के लिए उन्होंने 10 लाख से अधिक रूपए खर्च कर दिए हैं।

मीडिया से बात करते हुए कलमने ने बताया कि इन तालाबों को बनवाने में उनके बेटे ने उनकी मदद की है। उन्होंने बताया कि इसे बनवाने के लिए ये पैसा अपनी कई भेड़ों को बेचकर भी इकट्ठा किया है।

कलमने बताते हैं कि उन्हें पता चल जाता है कि धरती में नमी किधर है। ये कला अपने पिता से सिखी है। उन्होंने आगे बताया कि पहले गांव के लोग मुझे पागल कहते थे। लोग मेरा मजाक उड़ाते थे। लेकिन मुझे पर्यावरण से बहुत लगाव हैं और यही वजह है मैं लगातार तालाब बनाने में लगा रहा है।

मां ने चाय बेचकर पढ़ाया, बेटे ने 20 साल की उम्र में बीसीए द्वितीय वर्ष की लिख दी किताब

गांव के लोगों के मुताबिक कलमाने को पॉन्ड मैन भी कहा जाता है। वे आज एक लोकल सेलेब्रिटी बन चुके हैं। उन्होंने ज्यादातर तालाब फावड़े और मिट्टी खुरपने वाली कुदाल से खोदा है। हालांकि जब उनके पास पैसे होते तो वे किराए पर खुदाई मशीन ले आते और इनसे तालाब को और बेहतर बनाते।

एक समाचार चैनल से बात करते हुए कलमाने ने बताया कि इन तालाबों को खोदने का मकसद गांव में पानी की कमी की समस्या को दूर करना था। ये सभी तालाब साइंटिफिक तरीके से बनाए गए हैं, जो भीषण गर्मियों में भी नहीं सूखेंगे।

Motivation: लौरा कैल्वर्ट ने तीन साल में 94 किलो कम किया वजन, 26 की उम्र में पड़ा था दिल का दौरा

बता दें कर्नाटक सरकार कलमाने से खुश होकर उन्हें 50 लाख रूपयों का फंड भी दिया है। देश के PM नरेर्द मोदी ने भी मन के बात में इनका जिक्र किया था। PM ने कलमाने की तारीफ करते हुए कहा था कि वे भले ही एक साधारण किसान हों लेकिन वे एक असाधारण व्यक्तित्व के धनी हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो