scriptकर्पूरचंद्र कुलिश अवॉर्ड 2018ः जनरल बिपिन रावत ने कहा- ‘पत्रिका समूह भारत की महानता को बता रहा है’ | Karpur Chandra Kulish Award 2018, General Bipin Rawat addresses event | Patrika News

कर्पूरचंद्र कुलिश अवॉर्ड 2018ः जनरल बिपिन रावत ने कहा- ‘पत्रिका समूह भारत की महानता को बता रहा है’

locationनई दिल्लीPublished: Sep 17, 2018 10:38:37 pm

विजेताओं को सम्मानित करने के बाद जनरल रावत ने संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘राजस्थान पत्रिका समूह देश और दुनिया में भारत की महानता को बता रहा है। मुझे आज यहां आकर गर्व का अनुभव हो रहा है।’

d

कर्पूरचंद्र कुलिश अवॉर्ड 2018ः जनरल बिपिन रावत ने कहा- ‘पत्रिका समूह भारत की महानता को बता रहा है’

नई दिल्ली। ‘राजस्थान पत्रिका’ के संस्थापक कर्पूरचंद्र कुलिश की याद में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए दिए जाने वाले ‘अंतरराष्ट्रीय कर्पूरचंद्र कुलिश’ पुरस्कार का वितरण समारोह सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने भी शिरकत की। विजेताओं को सम्मानित करने के बाद जनरल रावत ने संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘राजस्थान पत्रिका समूह देश और दुनिया में भारत की महानता को बता रहा है। मुझे आज यहां आकर गर्व का अनुभव हो रहा है।’
‘लोकतंत्र के लिए स्वतंत्र पत्रकारिता जरूरी’

सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए जनरल रावत ने कहा, ‘आपने पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़े प्रतिमान गढ़े हैं। पत्रिका ने सेना के साथ तृष्णा कैम्पेन किया था। सैनिक हाथ में बंदूक लेकर सीमा पर तैनात होता है और पत्रकार हाथ में कलम लेकर देश की सुरक्षा करता है। हम सब मीडिया की भूमिका और जिम्मेदारी से परिचित हैं। स्वतंत्र पत्रकारिता लोकतांत्रिक देश के लिए जरूरी है, लेकिन पत्रकारिता करते समय सिद्धांतों का ध्यान रखना चाहिए।’
विश्वसनीयता ही पत्रिका की शक्ति हैः कोठारी

कार्यक्रम को राजस्थान पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘पुरस्कार पाने वाले पत्रकारों का मैं स्वागत करता हूं। इनका कार्य स्तुत्य है। इनसे हमें सीखना चाहिए कि खुद को बीज की तरह बनाकर समाज के लिए वृक्ष बनाया। वाल्तेयर के शब्द पर हम आज भी चलते हैं- या एशु सुप्तेषु जागर्ति। विश्वसनीयता ही पत्रिका की शक्ति है। हमारी खबरों को सच माना जाता है। पत्रिका के अभियान के बाद राजस्थान सरकार को वापस लेना पड़ा काला कानून। हमनें अभियान चलाया ‘जब तक काला, तब तक ताला।’ ‘आज मीडिया जनहित की जगह सिर्फ मनोरंजन की बात करने लगा है। पत्रिका के लिए जनहित ही सबसे प्रमुख है। पत्रिका परिवार का हर पत्रकार स्वयं में पत्रिका है। पत्रकारिता के सामने बहुत बड़ी चुनौती है। उस पर खरा उतरना होगा। पत्रिका के पास विश्वसनीयता की शक्ति है, हमारी खबरों को अदालतें रिट मान लेती हैं।’
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो