भारत ने इमरान के बयान पर किया एतराज
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए कि उस पर किसी भी तरह के सीमा पार आतंकवाद को रोकने और उसके खिलाफ कार्रवाई करने की अंतरराष्ट्रीय दबाव है। पाकिस्तान को पहले अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी निभानी चाहिए। पाकिस्तानी पीएम को करतारपुर कॉरिडोर और राजनीतिक मुद्दे को अलग अलग रखना चाहिए।
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धार्मिक मौके पर किया कश्मीर मुद्दे का जिक्र
करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शांति बहाली की वकालत की। उन्होंने मंच से कश्मीर का मसला भी उठाया। इमरान ने कहा कि हमारे विवाद में सिर्फ कश्मीर ही मुख्य मुद्दा है। पाकिस्तान सरकार और सेना एक साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधरे। इमरान खान ने कहा कि वे चाहते हैं कि सीमा पर मौजूद लोगों की गरीबी दूर हो।
इमरान ने किया दोस्ती का दिखावा
इमरान खान ने भारत-पाकिस्तान की दोस्ती का दिखावा करते हुए कहा कि जब फ्रांस और जर्मनी एक साथ आ सकते हैं तो भारत-पाकिस्तान क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा कौन सा मसला है जो बातचीत के जरिए हल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अगर हिंदुस्तान एक कदम बढ़ाएगा तो पाकिस्तान दोस्ती के लिए दो कदम आगे चलेगा।
बाजवा के साथ खड़ा था खालिस्तानी आतंकी
वहीं दूसरी ओर करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव रखने के कार्यक्रम में इमरान सरकार ने अपना असली चेहरा दिखाते हुए खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला को भी आमंत्रित किया था। पाकिस्तान के राष्ट्रीय चैनल पीटीवी की ओर से किए जा रहे समारोह के प्रसारण में आतंकी सरगना हाफिज सईद का सहयोगी माना जाने वाला खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला भी मौजूद था। इस दौरान वह बाजवा से हाथ मिलाने के बाद उनके साथ काफी देर तक खड़ा था। खबरों के मुताबिक चावला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ मिलकर पंजाब में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है।