भूमि अधिग्रहण का काम शुरू: राजनाथ
राजनाथ सिंह ने बाघा सीमा पर एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) पर हुए विकास कार्यों का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने बताया कि दिल्ली में आज सुबह उनकी कॉरिडोर परियोजना संबंधी संबंधित विभागों के अधिकारियों से बैठक हुई थी। जिसमें बताया गया कि गलियारा परियोजना पर कार्य शुरू हो चुका है और यह शीघ्र ही बन कर तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो चुका है।
रिट्रीट सेरामनी गैलरी का किया उद्घाटन
गृहमंत्री ने बाघा सीमा पर रिट्रीट सेरामनी के लिए सीमा सुरक्षा बल की 25 हजार दर्शकों की क्षमता वाले नवनिर्मित यू-शेप गैलरी का भी उद्घाटन किया। गैलरी के निर्माण पर 32 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। इससे पहले यहां केवल दो हजार दर्शकों के ही बैठने की व्यवस्था थी। नई बनाई गई गैलरी में अतियाधुनिक यंत्रों से सुसज्जित कॉन्फ्रेंस हाल, लांज, डायनिंग हॉल, मेडिकल रूम, जनसुविधा, पार्किंग क्षेत्र, कंट्रोल रूम, साऊंड सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क शामिल है। राजनाथ ने रिट्रीट सेरामनी का भी जायजा लिया।
क्या है गुरूद्वारा दरबार सहिब की अहमियत
बताया जाता है कि करतारपुर में रावी नदी के किनारे स्थित गुरूद्वारा दरबार सहिब में सिखों के पहले गुरू नानक देव जी ने लगभग 18 साल बिताए थे। यहीं उन्होंने अपने जीवन की अंतिम सांस ली थी। गुरू नानक देव की 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष में पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक के निकट भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कॉरिडोर का निर्माण करने का फैसला लिया था। कॉरिडोर का निर्माण अगले छह माह में पूरा हो जाने की उम्मीद है जिससे भारतीय सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने वहां जा सकेंगे। 26 नवंबर को उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भारतीय क्षेत्र में डेरा बाबा नानक के निकट मान गांव इस कॉरिडोर के निर्माण का शिलान्यास किया था।